अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के हिंदूवादी छात्र सौरभ चौधरी ने ख़ून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में सौरभ ने राष्ट्रविरोधियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने की माँग की है। धर्म समाज महाविद्यालय के छात्र नेता सौरभ ने पीएम को लिखे पत्र में AMU में चल रही देश विरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगाने की माँग की। सौरभ ने पीएम से भावुक अपील करते हुए लिखा कि कहीं AMU में पढ़ने वाले हिन्दू छात्रों का हाल भी कश्मीरी पंडितों जैसा न हो। ज्ञात हो कि कश्मीरी पंडितों को आतंकियों ने कश्मीर घाटी से भगा दिया था, जिस से वो अपने ही देश में शरणार्थी का जीवन व्यतीत करने को मजबूर हो गए।
अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी #AMU में कवरेज करने गए पत्रकारों पर कुछ छात्रों ने जानलेवा हमला कर दिया. आधा दर्जन मीडियाकर्मियों को चोटें आईं हैं. कुछ कैमरों के तोड़ कर उनमें आग लगा दी गई. इससे एएमयू जैसे संस्थान का नाम ख़राब हुआ @abpnewshindi
— Pankaj Jha (@pankajjha_) February 13, 2019
अपने पत्र में सौरभ ने लिखा:
“AMU देश विरोधियों का अड्डा बन गया है। आए दिन यहाँ हिन्दू छात्रों के साथ मारपीट होती है। कल भी हिन्दू छात्रों के साथ AMU प्रशासन की मौजूदगी में मारपीट की गई। ऐसी घटना होने पर हिन्दू छात्रों का यहाँ पढ़ना मुश्किल हो गया है। AMU राष्ट्रविरोधी ताक़त और आतंकवादियों का अड्डा बन गया है। कल भी दो महिला पत्रकारों पर AMU छात्रों ने हमला कर मीडिया की स्वतंत्रता पर रोक लगाने का प्रयास किया गया।”
कांग्रेस की MP सरकार ने पूर्ववर्ती बीजेपी की तरह गोहत्या के शक में मुसलमानों पर रासुका के तहत् बर्बर कार्रवाई की। अब UP बीजेपी सरकार ने AMU के 14 छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया। दोनों सरकारी आतंक है व अति-निन्दनीय। लोग फैसला करे कि दोनों सरकारों में क्या अन्तर है?
— Mayawati (@Mayawati) February 14, 2019
बता दें कि छात्रों के गुटों में हुई भिड़ंत के बाद यूनिवर्सिटी में हिंसा भड़क गई थी। AMU के छात्रों द्वारा रिपब्लिक टीवी के क्रू को परेशान किया गया था जिसके बाद उपद्रवी छात्रों के ख़िलाफ़ धारा 307 और धारा 153 के तहत टीवी क्रू ने स्थानीय पुलिस में शिक़ायत दर्ज कराई थी।
AMU कैंपस में उपद्रवी छात्रों ने रिपब्लिक टीवी के पत्रकारों को धमकाया था, जिसमें एक महिला पत्रकार भी शामिल थी। भीड़ ने महिला क्रू मेंबर्स को धमकी दी थी कि किसी भी क़ीमत पर महिला होने की वजह से उन्हें नहीं बख़्सा जाएगा। यही नहीं छात्रों ने महिला पत्रकार के साथ अभद्रता करते हुए उसका कैमरा भी तोड़ दिया था।
बुधवार (फरवरी 13, 2019) को AMU में छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। छात्रों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा को उखाड़ फेंकने की बात कही। उन्होंने कुलपति के आवास का घेराव कर ‘संघी वीसी मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाए। छात्रों ने कहा कि सरकार इस घटना को हिन्दू-मुस्लिम रंग देकर वोटों का ध्रुवीकरण कराना चाहती है। उन्होंने कैम्पस की सारी समस्याओं के लिए भाजपा को ज़िम्मेदार ठहराया।
फ़िलहाल इंतज़ामिया ने दोनों गुटों के 8 छात्रों को निलंबित कर दिया है। 24 घंटे से इंटरनेट सेवा भी ठप्प है। डीएम और एसपी AMU सर्कल पर ही डेरा जमाए हुए हैं। पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष ने नदीम अंसारी ने पुलिस को धमकी देते हुए कहा कि अगर उनके ख़िलाफ़ केस वापस नहीं लिया गया तो वो मोदी-योगी का पुतला दहन करेंगे। गुस्साए छात्रों ने प्रॉक्टर कार्यालय पर भी ताला जड़ दिया।
अजय सिंह का आरोप है कि विरोधी गुट के छात्र नेता जैद शेरवानी ने प्रॉक्टर के सामने खुलेआम चेतावनी दी कि कोई तहरीर नहीं दी जाएगी। उन्होंने साथ ही गोलियों से छलनी करने की भी धमकी दी। AMU के छात्रों ने मीडियाकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर बेल्ट से पीटा था।