Saturday, November 16, 2024
Homeदेश-समाजपत्रकार ज़ुबैर की अचानक संदिग्ध मौत, फर्श पर पड़ी मिली लाश: लिखा था -...

पत्रकार ज़ुबैर की अचानक संदिग्ध मौत, फर्श पर पड़ी मिली लाश: लिखा था – AltNews की पूरी टीम को मेरा सलाम

'अंडमान क्रॉनिकल' के संपादक डेनिस गिल्स ने ये बयान जारी करते हुए बताया कि ज़ुबैर अहमद अपने पीछे अपनी पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। उनके करीबी दोस्तों का कहना है कि वो डिप्रेशन में थे।

अंडमान एंड निकोबार के पत्रकार ज़ुबैर अहमद की मौत हो गई है। वो ‘The Sunday Islander’ नामक ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल के संपादक थे। उन्हें शुक्रवार (8 जुलाई, 2022) को एक स्कूल में मृत पाया गया। उस स्कूल में वो बतौर मैनेजर कार्यरत थे। बताया जा रहा है कि उनकी लाश जमीन पर पड़ी हुई थी और गर्दन के चारों तरफ रस्सी बँधी हुई थी। वो गुरुवार को दोपहर 3:30 बजे अपने घर पहुँचे थे और अपने परिवार के साथ समय व्यतीत किया था।

इसके बाद वो बाहर निकले तो वापस नहीं आए। वो दक्षिण अंडमान के विम्बर्लीगंज के रहने वाले थे। ‘अंडमान क्रॉनिकल’ मीडिया संस्थान ने अपने बयान में कहा, “बड़े ही दुःख और शोक के साथ हमें इस हैरान कर देने वाली खबर की घोषणा करनी पड़ रही है। इस खबर ने हमें कँपा दिया है। जाने-माने पत्रकार और एक्टिविस्ट और हमारे अच्छे दोस्त जुबैर अहमद ने अंतिम साँस ली। ये सोच से भी परे है कि हमें इस त्रासद खबर के बारे में बताना पड़ा।”

‘अंडमान क्रॉनिकल’ के संपादक डेनिस गिल्स ने ये बयान जारी करते हुए बताया कि ज़ुबैर अहमद अपने पीछे अपनी पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। उनके करीबी दोस्तों का कहना है कि वो डिप्रेशन में थे। वो ‘राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञानं संस्थान (NIMHANS)’ के डॉक्टरों द्वारा बताई गई दवा का सेवन कर रहे थे। वो एक साप्ताहिक पत्रिका लॉन्च करना चाहते थे, लेकिन ये योजना सफल नहीं हो पाई। ‘अंडमान एन्ड निकोबार मीडिया फेडरेशन (ANMF)’ ने उनकी मौत को अचानक, असामयिक और दुखद करार दिया है।

वो सोशल मीडिया पर भी सक्रिय थे। उनको जानने वालों का कहना है कि वो ‘इनवेस्टिगेटिव जर्नलिज्म’ में रुचि रखते थे। ‘Andaman Sheekha’ ने उन्हें इस द्वीप समूह का इनसाइक्लोपीडिया करार दिया। इसका कहना है कि वो सामाजिक मुद्दों पर खुल कर बोलते थे। हालाँकि, वो AltNews के समर्थक थे और इसके संस्थापक मोहम्मद जुबैर की गिरफ़्तारी के बाद इसका समर्थन किया था। उनका अंतिम मीडिया ट्वीट AltNews को डोनेशन वाला ही था।

इसमें उन्होंने पेमेंट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा था, “AltNews की पूरी टीम, मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा को खुलासों के लिए मेरा सलाम। सच्चाई की जीत होगी।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -