हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में जेल में बंद स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को सुप्रीम कोर्ट ने राहत प्रदान करते हुए अंतरिम जमानत दे दी है। सुप्रीम कोर्ट में मुनव्वर फारूकी ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी, जिसमें उसे अंतरिम जमानत पर रिहा करने से मना कर दिया गया था।
Madhya Pradesh High Court had denied bail to Munawar Faruqui
— Bar & Bench (@barandbench) February 5, 2021
stating State must ensure society's coexistence is not polluted by "negative forces"#MunawarFaruqui https://t.co/oSSC8OZu9W
न्यायमूर्ति आर एफ नरीमन और न्यायमूर्ति बी आर गवई की पीठ के समक्ष फारूकी की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश पुलिस को नोटिस भी जारी किया है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने 28 जनवरी को अपने आदेश में फारूकी को जमानत देने से इनकार करते हुए कहा था कि सौहार्द्र को बढ़ावा देना उनका संवैधानिक कर्तव्य है।
मध्य प्रदेश में उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के न्यायाधीश रोहित आर्य की एकलपीठ ने अपने फैसले में कहा था कि प्रकरण में जाँच जारी है, लिहाजा गुण-दोष के आधार पर फिलहाल निष्कर्ष नहीं निकाला जा रहा है, लेकिन प्रथम दृष्टया दोनों आवेदकों के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप सही दिखाई देते हैं। ऐसी परिस्थिति में आवेदकों को जमानत नहीं दी जा सकती हैं।
इस फैसले में न्यायालय ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि हमारा देश बेहद खूबसूरत है, विविध संस्कृति, भाषा, धार्मिक मत, भौगोलिक विविधता का सुंदर ताना-बाना है। हमारा संविधान जहाँ हम नागरिकों को कई अधिकार देता है, वहीं हम नागरिकों के कई संवैधानिक दायित्व भी हैं। प्रदत्त अधिकारों और कर्तव्यों के बीच संतुलन रख हम इस विविधता को संरक्षित रखें, किसी की भावनाओं को आहत नहीं करें।
सुप्रीम कोर्ट ने फारूकी के खिलाफ दूसरे राज्यों में दाखिल मुकदमों को खारिज किए जाने की माँग वाली याचिका पर भी नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने फारूकी की जमानत याचिका पर मध्यप्रदेश सरकार सहित कई अन्य को भी नोटिस जारी किया है। इसके अलावा कोर्ट ने यूपी के दर्ज केस में जारी प्रॉडक्शन वारंट पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
दम भर मार खाया था
इंदौर के एक इवेंट में मुनव्वर ने देवी-देवताओं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। तब घटना की जानकारी मिलते ही हिन्दू संगठन के कई सदस्यों ने वहाँ पहुँच कर उसकी पिटाई कर दी थी। इसके बाद वे मुनव्वर फारूकी और आयोजक को थाने लेकर गए थे।