जम्मू कश्मीर स्थित कठुआ के हीरानगर में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की याद में जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनकर तैयार होगा। यह स्टेडियम लगभग 68 करोड़ रूपए की लागत से 170 कनाल भूमि पर बनेगा। केंद्र सरकार ने इस स्टेडियम के लिए 10 करोड़ रुपए की पहली किस्त जारी कर दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू आगामी मार्च महीने में इस स्टेडियम का शिलान्यास करेंगे। इस स्टेडियम में खिलाड़ियों को क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी, समेत अन्य खेल गतिविधियों की सुविधा मिलेगी। कठुआ के डीसी ओम प्रकाश भगत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि स्टेडियम को इस पूरे क्षेत्र का सबसे बेहतरीन स्टेडियम बनाने की योजना है।
इस स्टेडियम के बनने के बाद गोलाबारी से प्रभावित अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हीरानगर सेक्टर में क्रिकेट सहित अन्य खेल मुकाबलों का आयोजन होगा। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को समर्पित अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम के लिए कवायद शुरू हो गई है। कठुआ के डीसी ओम प्रकाश भगत ने कहा कि 68 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले इस स्टेडियम के लिए सरकार ने पहली किस्त 10 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी है, जिससे अब स्टेडियम निर्माण कार्य में तेजी आएगी।
कठुआ के डीसी ओम प्रकाश भगत ने कहा, “स्टेडियम को संभाग के बेहतरीन स्टेडियम में से एक बनाने की योजना है। जल्द ही शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियाँ शुरू हो जाएँगी। 68 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले इस स्टेडियम के लिए दस करोड़ रुपए की राशि पहली किस्त में जारी हो चुकी है। इससे काम में भी तेजी लाई जाएगी।”
अरुण जेटली का जम्मू-कश्मीर से है खास नाता
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का जम्मू-कश्मीर से गहरा नाता रहा है। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में उनका ससुराल था। उनकी पत्नी संगीता जम्मू-कश्मीर कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे गिरधारी लाल डोगरा की बेटी हैं। गिरधारी लाल जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सदस्य थे। डोगरा ने दो बार संसद सदस्य के रूप में और छह बार विधानसभा के सदस्य के रूप में कार्यभार संभाला था। इसीलिए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बीते सितंबर में खेल मंत्री किरन रिजिजू से मुलाकात करके हीरानगर स्टेडियम को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली समर्पित करते हुए उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपग्रेड करने का प्रस्ताव दिया था।
गौरतलब है कि गत वर्ष अगस्त माह में पूर्व भाजपा नेता अरुण जेटली के देहांत के बाद दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) ने दिल्ली स्थित फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम अपने पूर्व अध्यक्ष अरुण जेटली के नाम पर रखने का फैसला लिया था। इस स्टेडियम को अब अरुण जेटली स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। फिरोजशाह कोटला मैदान का नया नामकरण 12 सितंबर को एक समारोह में किया गया था।
केंद्र सरकार कर रही है अपने दिवंगत लोकप्रिय नेताओं को सम्मानित
हाल ही में मोदी सरकार ने दिल्ली में ‘इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस’ (IDSA) का नाम बदलकर ‘मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस’ करने का फैसला लिया है।
दरअसल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में ना सिर्फ मनोहर पर्रिकर बल्कि सुषमा स्वराज और अरुण जेटली ने भी जनता के लिए अपनी सेवाभाव और कर्तव्यपरायणता के कारण जमकर लोकप्रियता बंटोरी थी। लेकिन मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में स्वास्थ्य ने इनका साथ नहीं दिया और उन्होंने बड़े पदों से खुद को अलग कर लिया। दुर्भाग्य से भाजपा के इन लोकप्रिय नेताओं का खराब स्वास्थ्य के कारण देहांत हो गया। जिसके बाद अब केंद्रीय नेतृत्व ने इन्हीं लोकप्रिय नेताओं को सम्मान देने की शुरुआत की है।
पूर्व भाजपा नेता सुषमा स्वराज के नाम दो प्रमुख संस्थान
केंद्र में मोदी सरकार ने दुनियाभर में फैले भारतीय समुदाय से सम्पर्क के प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र ‘प्रवासी भारतीय केंद्र’ का नामकरण ‘सुषमा स्वराज भवन’ करने का फैसला कुछ ही समय पहले लिया है। इसके अलावा विदेश सेवा संस्थान का नाम बदलकर ‘सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस’ कर दिया गया है।
ब्राह्मणों पर पहली बार जजिया कर लगाने वाले फिरोजशाह तुगलक ने बसाया था ‘कुश्के-फिरोज’
फिरोजशाह कोटला का नाम अब होगा अरुण जेटली स्टेडियम, लंबे समय तक रहे थे DDCA के अध्यक्ष