उत्तर प्रदेश के बरेली से लव जिहाद, इस्लामी धर्मांतरण और हत्या का मामला सामने आया है। जिले के चुरई दलपतपुर में मूल रूप से शीशगढ़ के जाफरपुर निवासी इकबाल ने अपनी पत्नी निशा की बेटियों के सामने इसीलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसने इस्लाम अपनाने से इनकार कर दिया था। बेटियों ने ही अपनी माँ की हत्या का राज़ खोला। पुलिस ने इस मामले की FIR दर्ज कर ली है, जिसके बाद आरोपित फरार हो गया है। पता चला है कि करीब एक दशक पहले इक़बाल ने खुद को हिन्दू बता कर निशा से शादी की थी।
पिछले 10 वर्षों से निशा ने धर्म नहीं बदला था और वो हिन्दू ही थी। वो हिन्दू तौर-तरीकों से ही रह रही थी। इक़बाल को इससे आपत्ति थी। बाद में पता चला कि निशा से शादी से पहले इक़बाल शादीशुदा था और उसने ये बात निशा से छिपाई थी। उसकी पहली पत्नी जाफरपुर में बच्चों के साथ रहती है। निशा की माँ की शिकायत के बाद यूपी पुलिस ने आरोपित की तलाश तेज़ कर दी है। इक़बाल ने अपने साथियों के साथ मिल कर पत्नी निशा की हत्या की थी। उनकी तलाश भी जारी है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया है।
इससे निकल कर आया कि महिला की हत्या गला घोंट कर की गई है। पुलिस ने डॉक्टर इक़बाल के खिलाफ हत्या, धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम 2021 के तहत FIR दर्ज की है। मुकदमा दर्ज कर के जाँच की जा रही है। निशा की माँ ने बताया कि इक़बाल लगातार उनकी बेटी पर मुस्लिम बनने का दबाव डाल रहा था। इस कारण कई दिनों से वो निशा को प्रताड़ित भी कर रहा था। साथ ही निशा के नाम पर ली हुई संपत्तियों को अपनी पहली बीवी के नाम पर करने की धमकी भी दे रहा था।
मृतका निशा की माँ ने बताया कि फोन पर बात हुई थी तो निशा ने अपने ऊपर हो रही प्रताड़ना की जानकारी दी थी। विवाद के बाद इक़बाल ने अपने साथियों को घर बुलाया और बीवी की हत्या कर दी। उसने इसे आत्महत्या का रूप देने का भी प्रयास किया। उसने अपनी बेटियों रिया और रोशनी को धमकी दी कि अगर उन्होंने किसी के सामने मुँह खोला तो वो उन्हें भी मार डालेगा। निशा का शव मंगलवार (26 अक्टूबर, 2021) की रात फाँसी के फंदे से लटका हुआ मिला।
रोती हुई बेटियों को कमरे में बंद कर के डॉक्टर इक़बाल साथियों सहित फरार हो गया। एक रिश्तेदार की शादी में इक़बाल और निशा की मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दोनों में प्यार हुआ और उन्होंने शादी कर ली। कुछ दिन दोनों किराए के मकान में रहे। बाद में पता चला पहली बीवी से उसके 4 बच्चे हैं और वो मुस्लिम है। इक़बाल ने इसके बाद सुलह किया कि दोनों अपने-अपने धर्म को मानेंगे। उसने चुरई दलपतपुर में 300 वर्ग गज जमीन खरीद 3 मंजिला मकान बनवाया था। दोनों बेटियाँ फ़िलहाल सहमी ही हैं और कुछ खा-पी नहीं रहीं। उनकी नानी उन्हें सहारनपुर ले गई हैं।