Friday, November 15, 2024
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चोटी काटो और 12000 रुपए इनाम में ले जाओ… मोईन सिद्दीकी (चोटी कटवा) हुआ गिरफ्तार

...तब से मोईन सिद्दीकी खुलेआम घूम रहा था। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरहत नकवी ने जब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर घर में दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया गया।

उत्तर प्रदेश, बरेली के किला थाने में हुए हंगामे के बाद पुलिस ने ‘चोटी कटवा’ को गिरफ्तार कर लिया। चोटी कटवा मोईन सिद्दीकी नूरी ने शनिवार को प्रेस कॉफ्रेंस कर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन व मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी व निदा खान को तीन दिन के भीतर देश छोड़ देने की धमकी दी थी। इस बाबत उसने फतवा भी जारी किया था। वैसे यह पहली बार नहीं है। मोईन इससे पहले भी दोनों महिलाओं की चोटी काटने और पत्थर मारकर देश से बाहर निकालने का फतवा जारी कर विवादों में रह चुका है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बरेली में सिर कलम करने से लेकर कई ऊल जलूल बयान देने और वीडियो वायरल करने के आरोपित मोईन सिद्दीकी उर्फ चोटी कटवा इससे पहले भी दोनों महिलाओं की चोटी काटने और पत्थर मारकर देश से बाहर निकालने का फतवा जारी कर चुका है। मोईन वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी का सर कलम करने पर भी इनाम की घोषणा कर चुका है। वहीं, रविवार को किला थाने में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन और मेरा हक़ फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नक़वी ने दर्जनों तलाक़शुदा महिलाओं के साथ मोईन सिद्धकी की गिरफ्तारी को लेकर धरना भी दिया था।

फरहत नकवी ने किला पुलिस को बताया था की उन्हें जान का खतरा है। उनके साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। बता दें कि मोईन सिद्दीकी ने एक साल पहले चोटी काटने पर 12 हजार रूपये का इनाम रखा था और जान से मारने की धमकी भी दी थी। तब से वह खुलेआम घूम रहा था। लेकिन फरहत नकवी द्वारा पुलिस की कार्यशैली की कार्यशैली पर सवाल खड़े करने पर किला पुलिस ने चोटी कटवा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर घर में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

हालाँकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह भी कहा जा रहा है कि गिरफ्तार होने के बाद चोटी कटवा ने कहा कि मीडिया की सुखियाँ बनने के लिए फरहत नकवी और निदा खान ने षडयंत्र रचा था। उन्होंने विवादस्पद बयान देने के लिए रुपए देने का वायदा किया था। वे चाहती थीं कि तीन तलाक का मुद्दा उठाकर वह सरकार में मंत्री बन जाएँ। निदा फरहत महिलाओं को ठग रहीं हैं। देश और संविधान को बदनाम कर रहीं हैं। ऐसी महिलाओं से शासन और प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए। मैं अपने बयान पर अडिग हूँ। मैंने देश से निकालने का कोई बयान नहीं दिया। किसी धर्म जाति और व्यक्ति से मेरी रंजिश नहीं है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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