Sunday, November 3, 2024
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2002, 2008, 2018 और अब 2022… भागलपुर के इस घर में इतना ब्लास्ट क्यों होता है: जोरदार धमाके से कई घर जमींदोज, 14 की मौत- 10 लोग जख्मी

बताया जा रहा है कि जिस मकान में धमाका हुआ, वह कोतवाली से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर है। विस्फोट की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता कि घटनास्थल से चार किलोमीटर की परिधि में आने वाले मकान में मौजूद लोगों ने तेज झटके महसूस किए।

बिहार का भागलपुर गुरुवार (3 मार्च 2022) रात जोरदार धमाके से दहल उठा। ततारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक यतीमखाना के पास एक तीन मंजिला घर में भीषण विस्फोट हुआ। यह इतना जबर्दस्त था कि आसपास के भी कई घर जमींदोज हो गए। न्यूज एजेंसी एएनआई ने डीएम सुब्रत कुमार सेन के हवाले से 14 लोगों की मौत और आसपास के 2-3 घर क्षतिग्रस्त होने की जानकारी दी है। हालाँकि दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार अब तक मलबे से दोपहर 3 बजे तक 14 शव निकाले गए हैं। इसके अलावा विस्फोट में 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक यह धमाका नवीन आतिशबाज के घर हुआ। डीएम के अनुसार शुरुआती जाँच के अनुसार जिस घर में धमाका हुआ वह परिवार पटाखा बनाने के काम से जुड़ा था। घटना की जानकारी पर डीआइजी सुजीत कुमार, डीएम सुब्रत कुमार सेन, एसएसपी बाबू राम भारी पुलिस बलों के साथ मौके पर पहुँच हालात का जायजा लिया। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि शुरुआती जाँच में पता चला कि परिवार पटाखा बनाने में शामिल था। मामले में आगे जाँच की जा रही है। बताया जा रहा है कि नवीन के घर इससे पहले 2002, 2008 और 2018 में भी ऐसी ही घटनाएँ हो चुकी हैं।

भागलपुर रेज के DIG सुजीत कुमार ने बताया, “पुलिस को केदारपुर थाना क्षेत्र के एक घर में रात को विस्फोट की सूचना प्राप्त हुुई। पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया। एक घर पूरी तरह से नष्ट हो गया है। अभी हम डिटेल्स इकट्ठा कर रहे हैं कि घर में कितने लोग थे। अभी सफाई का काम चल ही रहा है, इसलिए घटना के बारे में पूरी स्पष्टता नहीं है। पहली प्राथमिकता रेस्क्यू करना है। लोगों से बात करने से पता चला है कि पहले भी इस घर में धमाके की वजह से क्षति होती रही है। ये लोग पटाखा बनाने का काम करते थे। पूरी जानकारी जाँच के बाद मिलेगी।”

डीआइजी ने घटना की जाँच के लिए एफएसएल की टीम को भी लगाया ताकि विस्फोटक के प्रकार का पता लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि बम डिस्पोजल टीम और एफएसएल टीम के निरीक्षण के बाद विस्फोट की असली वजह का पता चल सकेगा। इस बीच बचाव कार्य में स्थानीय लोगों, डिप्टी मेयर राजेश वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय, लोजपा नेता मृणाल शेखर, चांद झुनझुनवाला आदि ने भी घायलों को निकालने में पुलिस बलों की मदद कर उन्हें एंबुलेंस से जवाहर लाल नेहरू अस्पताल भेजा

बताया जा रहा है कि जिस मकान में धमाका हुआ, वह कोतवाली से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर है। विस्फोट की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता कि घटनास्थल से चार किलोमीटर की परिधि में आने वाले मकान में मौजूद लोगों ने तेज झटके महसूस किए। घरों में कंपन महसूस करते ही लोग-बाग घरों से बाहर निकल भूकंप के बारे में जानकारी लेने लगे। कुछ लोगों ने धमाके की आवाज को लेकर सिलिंडर विस्फोट की भी बात कही, लेकिन चंद मिनटों में ही स्थिति साफ हो गई। पुलिस, फायर ब्रिगेड आदि की सायरन बजाती गाड़ियों ने स्थिति साफ कर दी। इस बीच भारी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा होने लगे। जिन्हें नियंत्रित करने के लिए SSP को स्वयं कमान सँभालनी पड़ी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि शब-ए-बारात के लिए घर में बम बनाया जा रहा था। इसी दौरान ब्लास्ट हुआ। बताया जाता है कि यहाँ बारूद का कारोबार होता था। बम भी बनाया जाता था। आतिशबाजी के आड़ में यह कारोबार किया जा रहा था। फिलहाल इसकी जाँच की जा रही है। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत है। कई लोग अभी भी मलबे में दबे हैं। बचाव कार्य जारी है।

गौरतलब है कि इससे पहले बिहार के खगड़िया जिले में ब्लास्ट हुआ था। उससे पहले  जून 2021 में बिहार के बाँका जिले में टाउन थाना क्षेत्र के नवटोलिया में नूरी मस्जिद इस्लामपुर परिसर के आगे एक मदरसे में बम विस्फोट हुआ था। इस ब्लास्ट में मदरसे के मौलवी मोहम्मद मोमिद सहित कई लोग घायल हुए थे। वहीं 10 जून 2021 में बिहार के ही अररिया जिले के बैरगाछी थाना क्षेत्र के त भुवनेश्वरी रामपुर गाँव में झोले में रखा एक बम फट गया था। इस धमाके में मोहम्मद अफरोज नाम का शख्स बुरी तरह घायल हो गया। बाद में बताया गया कि अफरोज झोले में बम ले जा रहा था। लेकिन सरिया से टकराकर वह उसके हाथ में ही फट गया। दो जिंदा बम भी बरामद किया गया था।

17 जून 2021 को दरभंगा जंक्शन पर बम ब्लास्ट हुआ था। पुलिस जाँच में पाया गया था कि दरभंगा के मोहम्मद सुफियान के लिए सिकंदराबाद से एक रजिस्टर्ड पार्सल आया था। उसी में विस्फोट हुआ था। 20 जून 2021 को बिहार के सिवान में हुसैनगंज थाना क्षेत्र के जुड़कन गाँव में विस्फोट हुआ था। जाँच में सामने आया कि घटना के समय विनोद माँझी अपने बेटे सत्यम को लेकर गाँव की दुकान पर बिस्किट खरीदने गए थे। उसी दौरान उनकी मुलाकात सगीर साई नाम के व्यक्ति से हुई और उसने एक एक झोला दे दिया। सगीर ने किसी व्यक्ति का नाम लेते हुए कहा कि वह आएगा तो ये झोला उसे दे देना है। इसी बीच झोले में रखा बम ब्लास्ट हो गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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