Friday, March 21, 2025
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तेल कंपनी में काम करने के लिए बिहार के गौरव को ईरान बुलाया, ड्रग्स के बदल रख दिया गिरवी: गुजरात ATS के हत्थे चढ़े ड्रग्स तस्करों का खुलासा

पोरबंदर में ड्रग्स पैडलरों की गिरफ्तारी के बाद से गौरव के परिजनों को पाकिस्तानी नंबरों से फोन और वॉइस मैसेज आ रहे हैं। इन कॉल और संदेशों में गौरव की रिहाई के बदले 2 करोड़ रुपए की फिरौती माँगी जा रही है।

बिहार के भोजपुर जिले के 23 साल के गौरव कुमार को तेल कंपनी में काम के बहाने ईरान बुलाया गया। लेकिन उसे एक ड्रग्स गैंग के पास गिरवी रख दिया गया। अब उसकी रिहाई के एवज में परिजनों से 2 करोड़ रुपए माँगे जा रहे हैं।

यह खुलासा उन ड्रग्स तस्करों ने किया है, जिन्हें गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने कोस्ट गार्ड और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के साथ पोरबंदर तट पर एक ज्वाइंट ऑपरेशन में पकड़ा था। 29 अप्रैल 2024 को हुए इस ऑपरेशन में करीब 1 अरब रुपए मूल्य की 173 किलोग्राम ड्रग्स के साथ 5 लोग पकड़े गए थे।

दैनिक भास्कर के मुताबिक गुजरात ATS को गौरव के गिरवी होने की सूचना गिरफ्तार हुए पाँचों ड्रग्स पैडलरों से पूछताछ के बाद पता चली। जानकारी जुटाने के बाद 11 मई को ATS ने भोजपुर जिले में पीरो प्रखंड स्थित गाँव सुखरौली के निवासी गौरव के घर वालों को फोन किया और पूरी बात बताई। कुछ ही दिनों बाद गौरव के परिजनों को पाकिस्तानी नंबरों से फोन और वॉइस मैसेज आने लगे। इन कॉल और संदेशों में गौरव की रिहाई के बदले 2 करोड़ रुपए की फिरौती माँगी जा रही है।

गौरव के बड़े भाई राजन ने बताया कि उनके दुबई में रहने वाले जीजा के माध्यम से किसी मिस्टर साहू नाम के दलाल ने गौरव को सम्पर्क किया था। मिस्टर साहू ने तेल कम्पनी में काम का लालच दे कर गौरव को ईरान बुला लिया था। 15 फरवरी 2024 को गौरव ईरान जाने के लिए अपने घर से निकला था। पटना से ट्रेन पकड़ कर गौरव मुंबई पहुँचा था, जहाँ उसे लगभग 1 हफ्ते होटल में ठहराया गया। 22 फरारी को गौरव को मुंबई से अरबिया एयरलाइंस की फ्लाइट पर बिठा कर शारजाह भेजा गया।

शारजाह में गौरव को मिस्टर साहू और सोनू मिले थे। मिस्टर साहू और सोनू को अंतर्राष्ट्रीय किडनैपर गैंग का सदस्य माना जा रहा है। शारजाह से गौरव को ईरान भेजा गया। यहाँ उसे कोई काम नहीं बताया जाता है। ईरान में उसे चाहबार लाकर मोहम्मद करीम नाम के एक व्यक्ति के घर में बंद कर दिया गया। शुरू में गौरव एक ईरानी नंबर से अपने घर बात करता था। बाद में वो नंबर भी बंद हो गया। गौरव की अपने परिवार में अंतिम बार बात 8 मई 2024 को हुई थी।

अंतिम कॉल में गौरव ने रो-रो कर अपनी व्यथा परिजनों को बताई थी। बताया जा रहा है कि भारत में तस्करी करने वाले गिरोह ने उसे ईरान के ड्रग्स गैंग के पास गिरवी रख दिया। गौरव के घर वाले किसी अनहोनी की आशंका से परेशान हैं। उन्होंने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। गौरव के 2 भाई और 4 बहन हैं। इस मामले में भोजपुर पुलिस ने बताया कि गौरव की रिहाई के लिए ईरानी दूतावास की मदद ली जाएगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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