फरीदाबाद में बिट्टू बजरंगी के भाई को थिनर डालकर आग के हवाले करने के मामले में फरीदाबाद पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है। महेश पाँचाल को जलाने वाले अरमान से पूछताछ और उसके साथियों को पकड़ने के साथ ही इस हमले के पीछे की असली वजह तलाशने के लिए जिस स्पेशन इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है, उसकी जिम्मेदारी एसीपी(क्राइम) अमर यादव के कंधे पर है। उन्होंने इस केस की तह तक जाने के लिए कई टीमों का गठन भी कर दिया है।
इश मामले में मीडिया से बातचीत करते हुए डीसीपी-एनआईटी अमित यशवर्धन ने बताया कि पुलिस ने कई टीमों का गठन किया है। एसीपी क्राइम अमन यादव की अगुवाई में सीसीटीवी कैमरों से लेकर घटनास्थल पर भी पड़ताल की जा रही है। पीड़ित के घर से लेकर घटना स्थल तक के लोकेशन पर पुलिस की नजर है। यही नहीं, उस समय उस इलाके में मौजूद रहीं सभी गाड़ियों की जानकारी निकाली जा रही है। इसके साथ ही उस बिना नंबर की वैगनआर कार की भी तलाश हो रही है, जिसके वारदात को अंजाम देसे समय इस्तेमाल किया गया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया है कि हमले में बुरी तरह से झुलग गए बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पाँचाल का बयान अस्पताल में ही ले लिया गया था। अब पुलिस उनके बयान और आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जाँच का दायरा बढ़ाया जा रहा है।
बता दें कि फरीदाबाद के झाबुआ में रहने वाले बिट्टू बजरंगी के भाई को बुधवार (13 दिसंबर, 2023) रात में पेट्रोल डाल कर ज़िंदा जलाने की कोशिश की। पीड़ित की हालत गंभीर है और अस्पताल में भर्ती है। पीड़ित ने अपने बयान में बताया है कि हमलावरों में एक का नाम अरमान है। उसका पिता झाबुआ सब्जी मंडी में ही जूस की दुकान चलाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरमान की अगुवाई में हमलावरों ने बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल की बाकायदा पहचान सुनिश्चित की। उन्होंने महेश पांचाल से पूछा कि ‘क्या तुम बिट्टू बजरंगी के भाई हो?’ इस सवाल के जवाब में महेश ने जैसे ही हाँ कहा, उन लोगों ने उनके ऊपर पेट्रोल डाला और आग के हवाले कर दिया। इसके बाद उसे बिट्टू बजरंगी ने अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में महेश पांचाल की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पाकर मौके पर पुलिस भी पहुँची और मामले की जाँच शुरू कर दी।
कौन है बिट्टू बजरंगी?
बिट्टू बजरंगी हिंदूवादी एक्टिविस्ट हैं। वो हिंदुओं की एकता को लेकर आवाज उठाते रहे हैं। मेवात क्षेत्र के नूहं से शुरू हुई हिंसा के बाद उनका नाम तेजी से उछला था, जिसके बाद पुलिस के साथ झड़प के मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। फिलहाल, बिट्टू बजरंगी जमानत पर जेल से बाहर चल रहे हैं। इस मामले में तमाम हिंदूवादी संगठनों ने उनका समर्थन किया था। शुरुआत में इस अफवाह का प्रसार तेजी से हुआ था कि बिट्टू बजरंगी का नाम हिंसा में आया है, लेकिन पुलिस ने साफ कर दिया कि बिट्टू बजरंगी पर हिंसा से जुड़ा नहीं, बल्कि पुलिस के साथ झड़प के मामले में कार्रवाई हुई थी।