गौरक्षक बिट्टू बजरंगी के भाई की हत्या के प्रयास के मामले को झूठा बताकर फेक न्यूज फैलाने वाले ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी गई है। खुद बिट्टू बजरंगी ने फेक न्यूज फैक्ट्री मोहम्मद जुबैर की शिकायत पुलिस से की है और बताया है कि उसने मेरे बारे में पहले भी अफवाहें फैलाई हैं। इस बार उनके झूठी मीडिया रिपोर्ट के आधार पर इस घिनौनी कार्रवाई को अंजाम दिया, जबकि उनका भाई जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था।
बता दें कि बिट्टू बजरंगी ने कहा था कि मोहम्मद जुबैर उनके भाई को लेकर झूठी खबरें फैला रहा है और इसको लेकर वह कार्रवाई करेंगे। इसके बाद उन्होंने गुुरुवार (28 दिसंबर 2023) को फरीदाबाद पुलिस को शिकायत की है। बिट्टू बजरंगी द्वारा पुलिस से की गई शिकायत की कॉपी ऑपइंडिया के पास मौजूद है। इसमें उन्होंने जुबैर को कट्टरपंथी और घोर सांप्रदायिक बताया है।
शिकायत में बिट्टू ने लिखा है, “फैक्ट चेकर की आड़ में छिपे एक कट्टरपंथी और घोर सांप्रदायिक मोहम्मद जुबैर नाम का व्यक्ति, जो फेक न्यूज फैलाने के लिए पूरे देश ही नहीं बल्कि इजरायल और अरब देशों तक में कुख्यात है, उसने अब मेरे भाई के मामले में भ्रामक खबर वायरल की है। मेरे भाई महेश को 13 दिसंबर 2023 को संदिग्ध हालातों में सारन थानाक्षेत्र एनआईटी फरीदाबाद में जला दिया गया था। इस मामले में अरमान नामजद है। मुझे कानून पर भरोसा है।”
शिकायत में आगे लिखा है, “मेरी चुप्पी का नाजायज फायदा उठाकर बिना पुलिस का वर्जन लिए हिंदुस्तान टाइम्स नाम के न्यूज संस्थान की एक वामपंथी सोच वाली महिला पत्रकार ने दिनांक 13-12-3023 को एक आधारहीन खबर प्रकाशित की। इस खबर को पुलिस सूत्रों पर आधारित बताया गया। खबर में मेरे भाई के केस में नामजद आरोपित अरमान को क्लीन चिट देने जैसी बातें लिखी गई थीं। इसके बाद मोहम्मद जुबैर ने इस खबर पर बिना पुलिस की प्रतिक्रिया सामने आए ही वायरल करना शुरू कर दिया। जुबैर ने अन्य मीडिया संस्थानों को भी अफवाह का हिस्सा बनने के लिए कहा।”
शिकायत में लिखा गया है, “हालाँकि उसके दावे को एसआईटी टीम को लीड कर रहे एसीपी अमन यादव ने 25 दिसंबर 2023 को एक अन्य मीडिया संस्थान से बात करते हुए खंडन किया। एचटी मीडिया के खिलाफ मैं सूचना प्रसारण मंत्रालय में शिकायत दूँगा, लेकिन मोहम्मद जुबैर द्वारा फैलाई गई अफवाह के चलते मेरे परिवार की काफी सामाजिक हानि हुई। यह एक पूरी सोची समझी साजिश है, न सिर्फ आरोपित को बचाने की, बल्कि पीड़ित को मानसिक तनाव देकर मार भी डालने की।”
शिकायत के अनुसार, “आशंका इस बात की भी है कि कहीं जुबैर भी मेरे भाई पर हमला करने वाले सिंडिकेट का हिस्सा न हो, क्योंकि नूहँ हिंसा के दौरान इसने मेरे खिलाफ लगातार भ्रामक खबरें शेयर की थीं। अत: इसकी भी जाँच आवश्यक प्रतीत होती है। मोहम्मद जुबैर एक शातिर अपराधी है, जिसके खिलाफ दिल्ली और उत्तर प्रदेश में पहले कई मामले दर्ज हैं।”
नूपुर शर्मा का जिक्र करते हुए इसमें कहा गया है, “इसी की उड़ाई गई अफवाह पर नूपुर शर्मा के खिलाफ पूरे देश में हिंसा हुई। कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में भी जुबैर की अफवाह ने नकारात्मक भूमिका अदा की थी। इजरायल-हमास युद्ध में भी जुबैर भारत सरकार की नीति के खिलाफ जाकर आतंकियों के समर्थन में खड़ा हुआ था। जुबैर को इजरायली अधिकारियों द्वारा इस हरकत के लिए टोका भी गया था।”
बिट्टू बजरंगी ने आगे लिखा है, “प्रार्थी के परिजनों के खिलाफ पुलिस के नाम पर फर्जी अफवाह उड़ाने और पूरे परिवार को संकट में डालने के साथ पुलिस की कार्रवाई में बाधा डालने के जुर्म में मोहम्मद जुबैर पर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही यदि भविष्य में मुझ पर या मेरे परिवार के खिलाफ भी कोई प्राणघातक हमला होता है तो उसमें मोहम्मद जुबैर को भी शामिल माना जाए।”
बता दें कि ‘गौरक्षा बजरंग फ़ोर्स’ के मुखिया बिट्टू बजरंगी ने 24 दिसम्बर 2023 को एक वीडियो जारी करके प्रोपेगंडा पोर्टल AltNews के सह-संस्थापक मुहम्मद जुबैर और ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ पर अपने भाई पर हुए हमले के बारे में झूठी खबर प्रसारित करने का आरोप लगाया था।
दरअसल, जुबैर ने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ (HT) की रिपोर्ट सोशल मीडिया पर सच की तरह प्रकाशित की थी, जिस रिपोर्ट में हरियाणा पुलिस के हवाले से दावा किया था कि बिट्टू बजरंगी के भाई ने खुद पर हमले की झूठ कहानी रची थी, इस हमले में बिट्टू बजरंगी के भाई का शरीर 60% जल गया था। हालाँकि, मामले की जाँच कर कर रहे पुलिस अधिकारियों ने ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ की रिपोर्ट को नकार दिया है और कहा कि मामले की जाँच अभी चल रही है।
गौरतलब है कि 13 दिसम्बर 2023 को बिट्टू बजरंगी के भाई महेश को जान से मारने का प्रयास किया गया था। हमलावरों ने महेश के ऊपर फरीदाबाद की दाबुआ कॉलोनी में थिनर डाल कर आग लगा दी थी। महेश को अस्पताल ले जाया गया था, जहाँ से उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया था। महेश का शरीर इस हमले में 60% जल चुका है।
इस हमले के विषय में फरीदाबाद पुलिस के पास मामला दर्ज करवाया गया था जिसकी जाँच हरियाणा पुलिस की SIT कर रही है। इसी मामले में 22 दिसम्बर, 2024 को ‘हिन्दुतान टाइम्स’ में लीना धनखड़ नाम की एक पत्रकार ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी।
HT में प्रकाशित इस खबर में लिखा था कि फरीदाबाद पुलिस ने कहा है कि बिट्टू बजरंगी के भाई अलाव में गिर जाने के कारण जल गए थे और उनकी हत्या के प्रयास के कोई सबूत नहीं हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा गया था कि बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल के जलने के मामले में पुलिस में फर्जी शिकायत दर्ज कराई गई और एक गौतस्कर को इसमें फँसाया गया।
हालाँकि, ऑपइंडिया से बातचीत में पुलिस ने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की इस खबर को नकार दिया था। फरीदाबाद के ACP ने इस खबर के बारे में बताए जाने पर पूछा कि आखिर पुलिस में किसने इस केस को फेक बता दिया? उन्होंने कहा कि ये बात ठीक है कि अभी इस मामले में आरोपित के खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि केस फर्जी होने की बात कही गई है। उन्होंने इसकी पुष्टि की थी कि बिट्टू बजरंगी के भाई जल गए हैं।