उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता प्रशांत पटेल उमराव को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। इस बाबत उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। प्रशांत पटेल के मुताबिक इंस्टाग्राम पर भी उनके लिए ‘सर तन से जुदा’ का फतवा जारी हुआ है। शिकायत के बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई गई है।
धमकी देने वाले अज्ञात आरोपित पर FIR दर्ज कर जाँच शुरू कर दी गई है। इस घटना की जानकारी खुद प्रशांत पटेल ने 2 जून 2022 (गुरुवार) को दी। FIR के अनुसार बीजेपी नेता को धमकी एक टीवी डिबेट में ज्ञानवापी विवादित ढाँचे में शिवलिंग होने की बात कहने को लेकर दी गई है।
उत्तर प्रदेश बीजेपी के मीडिया पैनलिस्ट @ippatel जी को जान से मारने की धमकी मिली है। उत्तर प्रदेश पुलिस, इस मामले को गंभीरता से लेते हुए धमकी देने वालों को गिरफ्तार करे। @dgpup @Uppolice https://t.co/v6xT0xmkkj
— Subhash Yaduvansh (@MrYaduvansh) June 2, 2022
प्रशांत पटेल ने नोएडा के इकोटेक-3 थाने में FIR दर्ज करवाई है। शिकायत में कहा गया है, “2 जून को दोपहर 12.57 पर मेरे मोबइल पर 9477298804 नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने मुझे गालियाँ दीं और कहा कि तुम TV डिबेट में मेरे नबी के खिलाफ गलत बोलते हो। ज्ञानवापी मे शिवलिंग नही बल्कि फव्वारा है। जब मैंने उसका नाम पूछा तो उसने मुझे कुछ भी बताने के बजाए मेरा पता निकलवाने की धमकी दी। इसके साथ उसने कहा कि तुम बाहर निकलो मैं एक महीने के अंदर तम्हारा गला काट दूँगा। हम तो मरने और मारने के लिए तैयार बैठे हैं, लेकिन अब तुम नहीं बचोगे।”
उक्त ट्विट का तत्काल संज्ञान लिया गया है, थाना इकोटेक-3 पर FIR पंजीकृत कर नियमानुसार उचित सुरक्षा व्यवस्था के साथ विधिक कार्यवाही की जा रही है।
— POLICE COMMISSIONERATE GAUTAM BUDDH NAGAR (@noidapolice) June 2, 2022
प्रशांत पटेल ने शिकायत में आगे कहा है, “फोन करने वाले ने मुझे गंदी-गंदी गालियाँ भी दी। मैं सार्वजानिक जीवन में हूँ और मेरा बाहर भी आना-जाना लगा रहता है। मुझे दी गई धमकी को गंभीरता से लिया जाए। पहले भी इस तरह की धमकी देकर हत्याएँ की गई हैं। मुझे धमकी देने को गिरफ्तार करने के कानूनी कार्रवाई की जाए।” पुलिस ने प्रशांत पटेल को सुरक्षा देने के साथ FIR दर्ज कर अन्य जरूरी कार्रवाई किए जाने की पुष्टि की है।
पुलिस ने प्रशांत पटेल की शिकयत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ उसके मोबाइल नंबर को आधार बना कर FIR दर्ज कर ली है। FIR नंबर 245/2022 के तहत दर्ज हुए इस केस में IPC की धारा 504 व 506 के तहत केस दर्ज हुआ है।