मध्य प्रदेश के सागर में भारतीय जनता पार्टी के एक ईसाई नेता ने हिंदू धर्म अपनाया है। विवीन टोप्पो ने हिंदू धर्म स्वीकारते हुए कहा कि उन्हें ये धर्म अच्छा लगता है इसलिए उन्होंने इसका अनुसरण करने का फैसला किया है। कुछ दिन में आवेदन कलेक्टर को देकर कानूनी प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, विवीन टोप्पो ने सागर की मकरोनिया से इस बार नगर पालिका के वार्ड नंबर 15 से पर्चा भरा है। यहाँ 6 जुलाई को पार्षदी का चुनाव होगा। इसमें भाजपा की ओर से विवीन टोप्पो खड़े हुए हैं। चुनाव से चंद दिन पहले उन्होंने हिंदू धर्म अपनाकर खूब सुर्खियाँ बटोरी हैं।
33 वर्षीय विविन उर्फ निक्की टोप्पो ने घर वापसी की है, उन्होंने कहा है कि- ‘’मेरे पूर्वज सनातन धर्म को मानने वाले थे। वह अनुसूचित जन जाति के गौड़ ठाकुर थे। मेरी आस्था व पूजा पद्धति हिंदू धर्म की थी व वर्तमान में भी हिंदू धर्म को मानता हूं।https://t.co/o0JDKCO56P pic.twitter.com/4vuK1aMTws
— Vishwa Samvad Kendra, MadhyaPradesh (@vsk_mp) June 25, 2022
विवीन ने अपना एक वीडियो भी जारी किया है। इसमें वह मंत्रों का उच्चारण और पूजा-पाठ करते हुए दिख रहे हैं। वीडियो में पंडित जब उनसे पूछते हैं कि उन्होंने हिंदू धर्म क्यों अपनाया तो उन्होंने कहा कि उन्हें हिंदू धर्म पसंद है और उनके पूर्व भी हिंदू थे इसलिए वह इसे स्वीकार कर रहे हैं। वीडियो में उन्हें रुद्राक्ष पहने देखा जा सकता है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में साझा विवीन के शपथ पत्र में लिखा दिख रहा है,
“मैं विवीन टोप्पो पिता राजेंद्र टोप्पो उम्र 33 वर्ष निवासी गोपेश्वर वार्ड मकरोनिया का स्थाई निवासी हूँ। बचपन से मेरी पहचान ईसाई धर्म से रही है। मेरे पूर्वज सनातन धर्म को मनाने वाले थे। वे अनुसूचित जन जाति के गौड़ ठाकुर थे। मेरी आस्था व पूजा पद्धति हिंदू धर्म की थी। वर्तमान में भी मैं हिंदू धर्म को मानता हूँ। हिंदू धर्म के त्यौहार व रीति रिवाजों को भी मानता हूँ। इसलिए ईसाई धर्म त्यागकर अपने मूल धर्म में परिवार सहित वापसी बिना किसी लोभ, लालच और डर के कर रहा हूँ। कुछ दिन में ही कलेक्टर के यहाँ धर्म परिवर्तन का आवेदन देकर कानूनी प्रक्रिया पूरी कर लूँगा।”
मालूम हो कि इससे पहले भी मध्य प्रदेश के मंदसौर और रतलाम से धर्म परिवर्तन के मामले उजाहर हुए थे। यहाँ 18 लोग इस्लाम को छोड़ हिंदू बने थे और गोबर व गोमूत्र से स्नान करके इन्होंने सनातन धर्म को स्वीकार किया था।