सीबीआई की विशेष अदालत ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गाँधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को इलाज कराने के लिए विदेश जाने की अनुमति दे दी है। विवादित कारोबारी वाड्रा को मेडिकल ट्रीटमेंट हेतु 6 सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के विरोध के बावजूद विशेष अदालत ने वाड्रा को ये अनुमति दे दी। ईडी ने वाड्रा की उस याचिका का विरोध किया, जिसमें उन्होंने मेडिकल आधार पर ब्रिटेन सहित अन्य देशों की यात्रा की अनुमति माँगी थी। वाड्रा ने 29 मई को हुई पिछली सुनवाई में अदालत को बताया था कि सर गंगा राम अस्पताल के अनुसार ‘उनकी बड़ी आँत में एक छोटा ट्यूमर है’।
ईडी ने कहा कि वाड्रा जानबूझ कर लन्दन जाना चाहते हैं क्योंकि वहाँ इस मामले से जुडी कई चीजें हैं। अदालत ने यह भी कहा कि वाड्रा के ख़िलाफ़ जारी किया गया ‘लुक आउट सर्कुलर’ भी इस अवधि के दौरान लागू नहीं होगा। इससे पहले वाड्रा से सरकारी जाँच एजेंसियों द्वारा 7 घंटे तक पूछताछ की गई थी। वाड्रा पर विदेश में संपत्ति अर्जित कर उसका विवरण छिपाने और टैक्स से बचने का आरोप है।
हालाँकि, कोर्ट ने वाड्रा को नीदरलैंड और अमेरिका जाने की अनुमति तो दे दी लेकिन लन्दन जाने की अनुमति नहीं दी क्योंकि उनकी लन्दन की संपत्ति को लेकर ही मामला चल रहा है और वह वहाँ जाकर जाँच में गड़बड़ी कर सकते हैं। वहीं ईडी ने याचिका पर विरोध जताते हुए अदालत को बताया था कि मामले की जांच बेहद गंभीर पड़ाव पर है और ऐसा हो सकता है कि वाड्रा लंदन से लौटे ही नहीं?
रॉबर्ट वाड्रा को दिल्ली की अदालत ने अमेरिका और नीदरलैंड जाने की इजाज़त दी।लेकिन लंडन जाने पर रोक लगाई क्योंकि लंडन में वाड्रा की बेनामी संपति है।कोर्ट ने वाड्रा को 6 सप्ताह के लिये जाने की इजाज़त दी। उससे पहले कल राबर्ट वाड्रा को ED के सामने मनी लॉड्रिंग मामले में पेश होना है।
— Jitender Sharma (@capt_ivane) June 3, 2019
इसके अलावा सरकारी एजेंसी ने वाड्रा द्वारा साक्ष्य से छेड़छाड़ करने की भी आशंका जताई है। वाड्रा पर बीकानेर में जमीन खरीद में अनियमितता और दिल्ली एनसीआर में जमीन हथियाने सहित कई मामले चल रहे हैं, जिसमें उनसे पूछताछ होती रहती है। शुक्रवार को भी उन्हें समन जारी किया गया था, लेकिन उन्होंने अपनी जगह वकीलों को भेज दिया। वाड्रा के विदेश जाने की ख़बर सामने आते ही सोशल मीडिया यूजरों ने पूछा कि कहीं अगर वो विदेश से लौटते ही नहीं हैं, तो क्या होगा?
रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी याचिका में कहा था कि उनकी बड़ी आँत में ट्यूमर है। उन्होंने इसकी पुष्टि के लिए सर गंगाराम अस्पताल का एक प्रमाण पत्र भी अदालत में दाखिल किया था। याचिका में कहा गया था कि डॉक्टर ने दूसरा सुझाव लेने की सलाह दी है। उन्होंने दलील दी थी कि वह चिकित्सकीय परामर्श लेने के लिए विदेश जाना चाहते हैं। ईडी ने अदालत के सामने गंभीर मसला उठाते हुए सम्भावना जताई थी कि ऐसा हो सकता है कि वाड्रा विदेश से लौटे ही नहीं।