प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। बताया गया है कि पश्चिम बंगाल में अवैध कोयला उत्खनन के लिए एक पूरा सिस्टम काम कर रहा था, जिसे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था। राजनेताओं और कोयला माफियाओं के गठजोड़ ने जमकर कालाधन बनाया। आरोप है कि इसका एक हिस्सा अभिषेक और उनके परिवार तक भी पहुँचा।
ED ने बुधवार (अप्रैल 7, 2021) को इसका खुलासा किया। पश्चिम बंगाल के पुलिस अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा, जो बाँकुड़ा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर इंचार्ज हैं, उनको कस्टडी में लेने के लिए एक स्पेशल कोर्ट में दायर किए गए रिमांड नोट में ये दावा किया गया है। उक्त पुलिस अधिकारी के साथ TMC यूथ विंग के नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा को भी गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में एक कारोबारी अनूप माँझी उर्फ़ लाला मुख्य संदिग्ध है।
अप्रैल 3 को गिरफ्तार किए जाने के बाद कोर्ट ने अशोक कुमार मिश्रा को कस्टडी में भेज दिया था। अब ये कस्टडी अप्रैल 12 तक बढ़ा दी गई है। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ये मामला दर्ज किया था। आसनसोल के आसपास स्थित कुनुस्तोरिया और कजोरिया में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड से जुड़ा ये घोटाला कई करोड़ का है। नवंबर 2020 में दायर की गई CBI के FIR के अध्ययन के बाद ED ने ये मामला दर्ज किया।
The ED has alleged Mamata Banerjee’s nephew and TMC MP Abhishek Banerjee’s family benefited from illicit funds obtained from certain illegal coal mining in #WestBengal under a “deep system” of political patronage driven by a “well-oiled” machinery.https://t.co/xXDySdwjtY
— Economic Times (@EconomicTimes) April 8, 2021
ED ने अपने रिमांड नोट में बताया है कि राज्य में अवैध कोयला उत्खनन का काम सत्ताधारी राजनेताओं के संरक्षण में फल-फूल रहा था। माँझी, विनय और विकास के लिंक अभिषेक बनर्जी के परिवार से जुड़े हैं। पिछले 2 साल में माँझी ने 1352 करोड़ रुपए के अवैध कोयला खनन को अनुमति दी थी। विनय मिश्रा के जरिए ये लोग सत्ताधारी नेताओं से संपर्क में थे।
वहीं अभिषेक बनर्जी ने कहा कि सारी कोयला एजेंसियाँ केंद्र के अधीन आती हैं और उन पर केंद्रीय संस्थाएँ निगरानी रखती हैं। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सोचती है कि तृणमूल नेता इससे कमा रहे हैं, तो फिर कोयला खदानों का प्रबंधन कराने वालों की जाँच कराने से केंद्र को कौन रोक रहा है? उन्होंने कहा कि केंद्रीय कोयला और गृह मंत्रालय के अधिकारी अपने बॉसेज (मोदी-शाह) की बजाए TMC नेताओं के इशारे पर नाच रहे थे, ये सोचना हास्यास्पद है। उन्होंने पूछा कि भाजपा किसे मूर्ख बना रही है? इस मामले में कुछ दिन पहले अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजीरा से पूछताछ हुई थी।