बिहार के दानापुर कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान कुख्यात अपराधी मोहम्मद मिराज ने भागने का प्रयास किया और गोलीबारी में कॉन्सटेबल प्रभाकर की गोली लगने से मौत हो गई। इस घटना की मास्टरमाइंड मिराज की बीबी रेशमा निकली। मिराज को छुड़ाने के लिए रेशमा कुमारी ने ही पूरा प्लान तैयार किया था। इसके लिए उसने मिराज के साथियों गौतम और मुनव्वर की मदद ली। पुलिस ने रेशमा और मुनव्वर को गिरफ्तार कर लिया जबकि गौतम फरार है।
बुधवार (जुलाई 10, 2019) को दानापुर कोर्ट में मिराज के पेशी पर आने से पहले रेशमा ने उसे छुड़ाने की पूरी तैयारी कर रखी थी। दो बदमाशों के साथ वह कोर्ट परिसर में पहले से ही मौजूद थी। घटना के कुछ समय पहले वह कोर्ट के बाहर गेट पर पहुँची और मिराज को कैदी वाहन के पास लाए जाने का इंतजार करने लगी।
जानकारी के मुताबिक, मिराज को जब कैदी वाहन की तरफ ले जाया जा रहा था तो रेशमा ने साथियों को फायरिंग का इशारा किया। इशारा पाते ही बदमाशों ने कोर्ट के मेन गेट पर फायरिंग की और मिराज भागकर गेट पर पहुँच गया। इस दौरान रेशमा ने साथियों को मिराज को लेकर भागने का संकेत दिया। इसके लिए कोर्ट के बाहर पहले से ही गाड़ी तैयार थी। बचाव के लिए साथियों ने मिराज को पिस्टल थमा दी।
मिराज के गेट के तरफ भागते ही सिपाही उसकी तरफ दौड़े। इसी दौरान मिराज ने कॉन्सटेबल प्रभाकर राज के ऊपर गोली चला दी, जिससे उनकी मौत हो गई। तभी वहाँ पर सिपाही मनोज भी पहुँचा और उसने मिराज को गिरफ्तार कर लिया। मिराज, रेशमा व मुनव्वर आलम को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया।
मिराज एक कुख्यात अपराधी है। उसका पूरा गैंग वाहन लुटेरा है। मिराज पर दो अन्य लड़कियों के साथ प्रेम का नाटक करने और फिर दुष्कर्म कर उनकी हत्या का भी आरोप है। इतना ही नहीं मिराज ने अपने पिता को फँसाने के लिए भी रेशमा का इस्तेमाल किया था। उसने अपने पिता पर रेशमा के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था और रेशमा (तब वो उसकी गर्लफ्रेंड थी) ने इस संबंध में FIR दर्ज करवाई थी।
मिराज अपने पिता अख्तर के नाम पर सिम कार्ड खरीदकर लड़कियों को फँसाता था और लोगों को धमकी देता था। पटना में चैन स्नैचिंग में भी उसका गिरोह सक्रिय है।