दिल्ली की संजय कॉलोनी से एक बेहद ही खौफनाक मामला सामने आया है। जहाँ एक सिरफिरे आशिक ने एक तरफा प्यार के जुनून में एक महिला के बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी। बता दें, आरोपित महिला से प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था। लेकिन महिला ने उसके प्रस्ताव को ठुकरा दिया। जिससे गुस्साए प्रेमी ने उसके बेटे को प्यार का दुश्मन समझ कर उसे इस कदर मौत के घाट उतारा जिसे सुनकर आपके पैरों तले ज़मीन खिसक जाएगी।
साउथ दिल्ली में 28 नवंबर को एक महिला ने अपने 10 साल के बेटे के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मामले में काफी जाँच पड़ताल की लेकिन उन्हें कोई सबूत हाथ नहीं लगा। धीरे-धीरे मामला ठंडा पड़ने लगा तभी लगभग एक महीने बाद पुलिस को 24 दिसंबर को जंगल के इलाके में एक बच्चे की लाश मिली शिनाख्त के बाद पता चला यह बच्चा वही है जिसकी तलाश की जा रही थी। बच्चे की लाश बेहद सड़ी गली अवस्था में थी।
पुलिस ने मामले में 22 साल के बिट्टू को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में बिट्टू ने बताया कि उसने एक फेमस क्राइम टीवी सीरियल देखकर अपहरण और खौफनाक हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस के मुताबिक आरोपित बच्चे को उसके प्रेम के बीच रोड़ा मानता था। और उसे मारकर वह उसकी माँ के करीब जाना चाहता था।
एफआईआर के मुताबिक महिला का बेटा शिवम 28 नवम्बर को शाम करीब 4:00 बजे घर से बाहर कुछ सामान लेने के लिए निकला था और उसके बाद से ही वह लापता हो गया। बच्चे की माँ ने उसे बहुत ढूँढने की कोशिश की लेकिन जब वह नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस थाने में किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
बता दें, बच्चे के माँ- बाप आपसी मदभेद के चलते साथ नहीं रहते थे और उनका बच्चे की कस्टडी को लेकर कोर्ट में केस भी चल रहा था। बच्चे के गायब होने पर पुलिस को सबसे पहले पिता पर शक हुआ लेकिन तमाम जाँच पड़ताल और इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को कुछ खास सफलता नहीं मिली।
फिर अचानक से एक दिन पुलिस को जंगल के पास के नदी में एक 10 साल के बच्चे की सड़ी हुई लाश मिली। पुलिस ने लाश की तफ्तीश की तो पता चला यह बच्चा वही है जिसकी तलाश की जा रही थी। बच्चे की हालत देख कर माँ बाप के भी होश उड़ गए थे।
जिसके बाद पुलिस ने मामले में फिर से जाँच शुरू की इस दौरान पुलिस को बिट्टू नाम के एक शख्स के बारे में पता चला। जो कि पीड़ित माँ के बचपन का दोस्त था और वह महिला से शादी भी करना चाहता था। लेकिन महिला के परिजनों ने उसकी शादी कहीं और करवा दी थी।
वहीं जब बिट्टू को महिला और उसके पति के बीच की अनबन के बारे में पता चला तो वह वापस से उससे शादी करने का सपना सजाने लगा। बिट्टू धीरे-धीरे बच्चे की माँ के करीब आने लगा और उसने बच्चे से भी दोस्ती कर ली। वह अक्सर बच्चे को अपने साथ घुमाने के लिए ले जाया करता था। लेकिन जब उसने महिला के सामने शादी का प्रस्ताव रखा तो उसने मना कर दिया और उससे दूरी बना ली।
पुलिस को बिट्टू पर शक हुआ और उन्होंने तुरंत उसे गिरफ्त में लेते हुए मामले की पूछताछ की। शुरुआत में बिट्टू ने पुलिस को उलझाने और अपने गुनाहों पर पर्दा डालने की तमाम कोशिश की। फिर सख्ती बरतने पर बिट्टू ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पूछताछ में बिट्टू ने बताया कि उसने बच्चे की माँ को कुछ दिन पहले शादी का प्रस्ताव दिया था लेकिन बच्चे की माँ ने उसके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। बच्चे की माँ का कहना था कि अब उसका बेटा 10 साल का है वो अब दूसरी शादी नहीं करेगी। यह बात बिट्टू को नागवार गुजरी और बिट्टू ने 10 साल के मासूम शिवम को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चे को अकेला देख बिट्टू उसे कुछ खिलाने के बहाने अपने साथ ले गया। वह पहले उसे बस स्टैंड ले गया और उसके बाद फतेहपुर बेरी पहुँचा वहाँ उसे जंगलों की तरफ ले गया और मौका देखकर बिट्टू ने गमछे से मासूम शिवम का गला दबाकर हत्या कर दी और उसकी लाश को एक तालाब में फेंक कर फरार हो गया। फिर वापस लौट कर बच्चे को ढूँढने का नाटक किया ताकि कोई शक ना कर सके।
साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर के मुताबिक अपहरण और कत्ल के आरोपी बिट्टू ने लाश को जलाने की भी कोशिश की थी। हत्या के अगले दिन बिट्टू एक बार फिर उसी तालाब पर पहुँचा जहाँ पर उसने शिवम की लाश को ठिकाने लगाया था। लाश तालाब में तैर रही थी बिट्टू ने लाश को बाहर निकाला और पास के पेट्रोल पंप से पेट्रोल लाकर लाश को जलाने की कोशिश की लेकिन कम पेट्रोल और लाश गीली होने की वजह से वह उसे जला नहीं पाया। इसके बाद बिट्टू ने शिवम की लाश को पत्थरों के नीचे छिपा दिया। पुलिस के मुताबिक उसके अगले दिन भी लाश के पास पहुँचा और शिवम के तमाम कपड़े उतार दिए ताकि उसकी पहचान ना हो सके।