Monday, November 11, 2024
Homeदेश-समाजदूरदर्शन तमिल ने प्रधानमंत्री के भाषण का किया ब्लैकआउट, सहायक निर्देशक निलंबित

दूरदर्शन तमिल ने प्रधानमंत्री के भाषण का किया ब्लैकआउट, सहायक निर्देशक निलंबित

पीएमओ ने पूछा था कि दूरदर्शन पोडिगई टीवी पर प्रधानमंत्री के भाषण का सजीव प्रसारण (live telecast) न किए जाने का क्या कारण था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के IIT-मद्रास में दिए गए भाषण को न प्रसारित करने के कारण डीडी (दूरदर्शन) के तमिल संस्करण की सहायक निर्देशक को निलंबित कर दिया गया है। मोदी तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै में दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को संबोधित कर रहे थे। दूरदर्शन पोडिगई टीवी की सहायक निर्देशक आर वासुमति पर कर्त्तव्य की उपेक्षा (dereliction of duty) का आरोप है।

पीएमओ ने जावड़ेकर को किया था तलब  

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से इसका जवाब माँगा था। जावड़ेकर के मंत्रालय के ही अंतर्गत दूरदर्शन आता है। पीएमओ ने पूछा था कि दूरदर्शन पोडिगई टीवी पर प्रधानमंत्री के भाषण का सजीव प्रसारण (live telecast) न किए जाने का क्या कारण था।

30 सितंबर की घटना

घटना 30 सितंबर (सोमवार) की है, जब प्रधानमंत्री के भाषण के समय दूरदर्शन पोडिगई टीवी पर एक तमिल गाना और नाटिका प्रसारित हो रहे थे। उस समय मोदी IIT-मद्रास के 56वें दीक्षांत समारोह और इस दौरान हुई सिंगापुर-भारत हैकिंग प्रतियोगिता (Hackathon) के पुरस्कार वितरण समारोह में भागीदारी करने पहुँचे हुए थे

उल्लेखनीय है कि सरकारी चैनल होने के चलते दूरदर्शन की यह ज़िम्मेदारी थी कि प्रधानमंत्री के भाषण को अपने दर्शकों तक वरीयता पर पहुँचाना। हालाँकि एक सीमा तक दूरदर्शन को परिचालन की स्वायत्ता है, लेकिन यह अंततः लोक सेवक प्रसारक (public service broadcaster) है, जिसकी संस्थापक सरकार ही है। अतः मोदी का भाषण दिखाना दूरदर्शन के लिए बाध्यकारी था, न कि निजी चैनलों की तरह ऐच्छिक।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

नवाबों पर चुप्पी, लेकिन राजा-महाराजाओं के प्रति नफरत: संविधान की बात करने वाले ‘युवराज’ राहुल गाँधी को क्यों पढ़ना चाहिए ‘कॉन्ग्रेस-पुलिस-हत्या’ वाला इतिहास

कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी को देश के राजा-महाराजाओं की ओर अंगुली उठाने से पहले अपनी पार्टी और अपने पूर्वजों का इतिहास भी जान लेना चाहिए।

आजादी के वक्त जिस घर में लगी आग, आज भी उसे अमृतसर में खोजते हैं CJI: संजीव खन्ना से जुड़ा किस्सा चर्चा में, शपथ...

जब भी संजीव खन्ना अमृतसर जाते हैं तो कटरा शेर सिंह जरूर जाते हैं और कोशिश करते हैं वो उसी घर को पहचान सकें। मगर नक्शा बदलने के बाद अब कुछ याद नहीं आता।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -