असम में भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह शर्मनाक घटना असम के बोंगाईगाँव से सामने आई है। यहाँ पर लोगों के एक समूह ने ईद के दिन भारत के राष्ट्रीय ध्वज पर दावत की। बोंगाईगाँव पुलिस ने ईद की दावत पर भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
ASSAM
— AbhishekkK (@Abhishekkkk10) May 16, 2021
6 deshdrohi arrested for dishonouring the National Flag of India on Eid feast!
A shameful incident has been reported in Bongaigaon, Assam where a group of people feasted upon India’s National Flag on the day of #EID
Disrespect of our Tricolour will never be tolerated. pic.twitter.com/sSCUdPGscM
बोंगाईगाँव पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अभयपुरी के टेंगनामारी गाँव की रेजिना परवीन सुल्ताना के घर में 14 मई 2021 को डाइनिंग टेबल पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का इस्तेमाल कर अपमान करने वाले 5 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए मामला दर्ज किया गया है।
The persons who dishonoured the Indian National flag by using on dinning table on 14/5/2021 in the house of Miss Rejina Parvin Sultana of Tengnamari village of Abhayapuri alongwith 5 others have been apprehended and a Case has been registered for necessary legal action. pic.twitter.com/6X0XXjUMw8
— Bongaigaon Police (@bongaigaonpolic) May 15, 2021
गौरतलब है कि इससे पहले खबर आई थी कि ईद के मौके पर अहमदाबाद के जुहापुरा में एक कब्रिस्तान (मुस्लिम कब्रिस्तान) में जमा हुई मुस्लिमों की भीड़ ने अहमदाबाद पुलिस के एक अधिकारी को भीड़ की तस्वीरें और वीडियो बनाने के लिए पीट दिया। उनका मोबाइल फोन भी छीन लिया गया। अहमदाबाद की वेजलपुर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है। अब तक पाँच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए पाँचों आरोपित मोहम्मद अहमद उर्फ राजा सिद्दीकी, मजहर खान पठान, फिरोज मोहम्मद शेख, इफ्तेखार कल्याणी, सुल्तान और परवेज शब्बीर शेख हैं। ये पाँचों मुस्लिम कब्रिस्तान में भीड़ के साथ जमा हुए थे। वे कथित तौर पर ईद के मौके पर कब्र पर फूल चढ़ाने आए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेशल ब्राँच में एएसआई कृष्णकुमार भवसिंह कब्रिस्तान पहुँचे और ईद के लिए उमड़ी भीड़ की तस्वीरें लेने लगे। इसी दौरान भीड़ में से कुछ लोगों ने उन्हें देख लिया और उन पर हमला कर उनका मोबाइल फोन छीन लिया।