गणतंत्र दिवस परेड के दौरान हुई जबरदस्त हिंसा और लाल किले पर निशान साहिब सहित खालिस्तानी झंडा फहराने की घटना के बाद किसानों का आंदोलन कमजोर पड़ता हुआ दिख रहा है। अब तक चार किसान संगठनों ने अपना धरना खत्म कर दिया है, मगर गाजीपुर बॉर्डर पर संघर्ष तेज करने की तैयारी हो चुकी है। गाजीपुर बॉर्डर पर गुरुवार (जनवरी 28, 2021) देर शाम से आधी रात तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। दिल्ली और उससे सटी सीमाओं पर कल से ही यूपी और दिल्ली पुलिस ने फ्लैगमार्च के साथ ही अपनी हलचल तेज कर दी है।
Farmers at Ghazipur border (Delhi-Uttar Pradesh) continue sit-in protest against the Centre's #FarmLaws pic.twitter.com/0W8Kz8i1OH
— ANI (@ANI) January 29, 2021
एक तरफ जहाँ दिल्ली के कई इलाकों में प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी पुलिस कर रही है। वहीं एहतियात के तौर पर गाजीपुर बॉर्डर को भी खाली कराने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल कल से ही तैनात है। लेकिन, कल शाम, राकेश टिकैत के रो-रोकर अपील करने के बाद से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान भी सपोर्ट के लिए गाजीपुर बॉर्डर पहुँचने लगे जिससे देर रात पुलिस पीछे हटती नजर आई।
#WATCH| BKU leader Rakesh Tikait breaks down while speaking to media; said, "We will not go anywhere till action is taken against those who lathi-charged farmers."(28.01) pic.twitter.com/welii1I5QY
— ANI (@ANI) January 28, 2021
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उधर जींद में राकेश टिकैत के समर्थन में किसानों ने जींद-चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया है। कहा जा रहा कि दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस की कार्रवाई से किसानों में काफी नाराजगी है और आज उन्होंने महापंचायत भी बुलाई है।
गाजीपुर बॉर्डर के मंच पर रोए राकेश टिकैत, दी आत्महत्या की धमकी #FarmersProtest #gazipurborder #RakeshTikait #Gazipurborder #FarmBills2020 #bolkhabar pic.twitter.com/oqb3WSZmEu
— Bol khabar (@Bolkhabarnews) January 28, 2021
गौरतलब है, राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर कल शाम रोने-धोने के बाद एक व्यक्ति को थप्पड़ मारकर नया विवाद भी खड़ा कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार शाम पत्रकारों से बातचीत के दौरान वहाँ मौजूद एक व्यक्ति को टिकैत ने न सिर्फ थप्पड़ मारा बल्कि उसे पकड़कर बार-बार पूछते नजर आए कि तू कौन है? टिकैत ने आप खोते हुए उसका कॉलर पकड़ कर खींचा। बाद में वहाँ मौजूद अन्य लोगों ने उसे छुड़ाया। हालाँकि, उस युवक को पुलिस को सौंपा गया है या फिर उसे वहीं पर रखा गया है इसकी फिलहाल जानकारी है।
#WATCH: Bharatiya Kisan Union spokesperson Rakesh Tikait slaps a person at Ghazipur border (Delhi-Uttar Pradesh). pic.twitter.com/fhRSbdlhgY
— ANI (@ANI) January 28, 2021
इसके पहले राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर शाम को एक सभा को संबोधित किया और भड़काऊ भाषण देते हुए एक बार फिर पास के किसानों को वहाँ पहुँचने की अपील की। उन्होंने कहा कि यहाँ से कोई गिरफ्तारी नहीं होगी। यदि कोई गिरफ्तारी होगी तो पता नहीं हमारे साथ क्या होगा। साथ ही उन्होंने एक बार फिर भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि अगर यदि ऐसा हुआ तो गोली चल जाएगी और उसका प्रशासन ही जिम्मेदार होगा।
बता दें कि किसानों के ट्रैक्टर मार्च के बेकाबू होने के बाद दिल्ली में हुई तोड़फोड़ और कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिसवालों के बीच हिंसक झड़पों के साथ ऐतिहासिक लाल किला में भी तोड़फोड़ सहित निशान साहिब और खालिस्तान का झंडा फहराया गया था। साथ ही तिरंगे की बेअदबी की गई थी। इस पूरे मामले में रिपोर्ट के अनुसार, अब दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों ने हिंसा भड़काने वाले 6 संदिग्धों की पहचान करने का दावा किया है।
#WATCH: More amateur video clips emerge showing violence and vandalism at Delhi's Red Fort on 26th January. pic.twitter.com/BkRE7Qvl6t
— ANI (@ANI) January 28, 2021
कहा जा रहा है कि पुलिस ने 200 से ज्यादा वीडियो फुटेज के आधार पर इनकी पहचान की है। इन 6 संदिग्धों की फुटेज के आधार पर हिंसा भड़काने को लेकर अहम भूमिका सामने आ रही है। फुटेज के आधार पर इन सभी तलाश तेज कर दी गई है। गौरतलब है कि पुलिस के पास जो तमाम सीसीटीवी और वीडियो मौजूद हैं, उनकी सघन जाँच के बाद इन 6 उपद्रवियों के बारे में पुलिस को पता चला है।
Look how they beat up @DelhiPolice in the name of peaceful protests. Restraint shown by police was exemplary. Protesters have been given many options but this breaking of trust & beating of police can’t be called legitimate. @CPDelhi yr boys won hearts. pic.twitter.com/3jeksstsUm
— Navika Kumar (@navikakumar) January 28, 2021
रिपोर्ट के मुताबिक, गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान दिल्ली पुलिस ने 10 फोटोग्राफर और 10 वीडियो कैमरा बाहर से निजी तौर पर हायर किए थे। कहा जा रहा है कि गणतंत्र दिवस का प्रोग्राम खत्म होने के बाद इन सभी को हिंसा के दौरान भी काम पर लगा दिया गया था। अब इनसे भी हिंसा के तमाम वीडियो और फ़ोटो लिए गए हैं। इन फ़ोटो और वीडियो के आधार पर भी दिल्ली में हिंसा करने वाले उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।