मध्य प्रदेश में कॉन्ग्रेस के एक विधायक और एक पूर्व कॉर्पोरेटर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। दोनों पर एक डॉक्टर के साथ बदतमीजी का आरोप है। भोपाल (दक्षिण-पश्चिम) से विधायक व पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व कॉर्पोरेटर गुड्डू चौहान के खिलाफ मध्य प्रदेश पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। इन दोनों ने अस्पताल के परिसर में ही ऑन-ड्यूटी डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया था। उक्त डॉक्टर हबीबगंज के जेपी हॉस्पिटल में कार्यरत थे।
ये मामला एक मरीज की मौत से जुड़ा है। पीड़ित डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन ये संभव नहीं हो सका। डॉक्टर ने कहा कि उन्हें ये अपमान बर्दाश्त नहीं हुआ, इसीलिए उन्होंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। उनके लिखित शिकायत के बाद सोमवार (अप्रैल 12, 2021) को मामला दर्ज हुआ। सबूत के रूप में CCTV फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान मौजूद हैं।
पुलिस ने इस मामले में IPC की धरा 353 (लोक सेवक को अपने कर्तव्य के निर्वहन से भयोपरत करने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और धारा 189 (सरकारी कर्मचारी को क्षति पहुँचाने की धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है। ये घटना शनिवार को दोपहर 12 बजे की है। कोलर कॉलोनी के 35 वर्षीय मरीज तख्त सिंह सख्या को ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण जेपी अस्पताल में लाया गया था।
Madhya Pradesh: Bhopal Police register an FIR against former minister & Congress MLA PC Sharma & a former corporator for allegedly misbehaving with a doctor at JP Hospital.
— ANI (@ANI) April 12, 2021
दोपहर के 2:54 बजे अस्पताल के इमरजेंसी रूम में ही उनकी मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इसे मौत का कारण बताया। इस मामले में परिजन पीसी शर्मा को बुला कर ले आए। फिर शर्मा और चौहान ने डॉक्टर को उनका कॉल न उठाने के लिए धमकी दी और बदतमीजी की। डॉक्टर को जम कर डाँटा गया और साथ ही बहस की गई।
इस पूरी घटना पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके खेद जताते हुए कहा था, “आज हमारे डॉक्टरों के साथ जैसा बर्ताव किया गया, वह शर्मनाक है और किसी को भी डॉक्टरों के साथ बदतमीजी करने का कोई अधिकार नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि हमें राजनीति से ऊपर उठ कर एक साथ मिलकर कोरोना वॉरियर्स की सहायता करनी चाहिए। वो अपनी जान को जोखिम में डाल हमारी सेवा करते हैं।”