गाजियाबाद पुलिस ने ओडिशा की हिंदू महिला डॉक्टर के साथ लव जिहाद करने वाले अब्दुर्रहमान को गुरुवार (22 अगस्त 2024) गिरफ्तार कर लिया। अब्दुर्रहमान ने नोएडा के एक अस्पताल में डॉक्टरी का काम करता था। इसी दौरान उसने हिंदू महिला डॉक्टर को फँसाकर उससे हिन्दू रीति-रिवाज से शादी कर कर लिया। हालाँकि, उसका जब बेटा हुआ तो उसने उसका नाम अली रखा और उसका खतना करवाया।
इस घटना को ऑपइंडिया ने प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। इसके साथ ही यह प्रकरण मेन स्ट्रीम मीडिया का हिस्सा भी बना था। ऑपइंडिया ने इस मामले को ‘नेहा जैसा न हो MBBS डॉक्टर का हश्र: जिसके पिता IAS अधिकारी, उसे दवा बेचने वाले अब्दुर्रहमान ने फँसा लिया… इकलौती बेटी को बचाने की गुहार’ से प्रमुखता से छापा था।
पीड़िता वर्षा सारंगी (बदला नाम) मूल रूप से ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के रहने वाली है। उसके पिता आरके सारंगी एक रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं। वह अपने माँ-बाप की इकलौती संतान है। वर्षा की माँ सांगविका सारंगी ने इस संबंध में गाजियाबाद के थाना कोतवाली में FIR दर्ज कराई थी। इस मामले में कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद पुलिस ने गुरुवार अब्दुर्रहमान को गिरफ्तार कर लिया।
सांगविका सारंगी ने बताया कि उनकी बेटी वर्षा सारंगी ने यूक्रेन से MBBS की पढ़ाई की है। वह भारत आकर नोएडा के यथार्थ प्राइवेट हॉस्पिटल में नौकरी शुरू कर दी। यहाँ उसकी जान-पहचान अब्दुर्रहमान से हुई। अब्दुर्रहमान मेरठ जिले के किठौर का रहने वाला है। माँ का आरोप है कि 17 नवंबर 2017 को अब्दुर्रहमान ने अपने फ्लैट में आग लगाकर उनकी बेटी को अपंग बना दिया।
सागंविका सारंगी का कहना है कि इस घटना में उनकी बेटी करीब 28 प्रतिशत जल गई है। बेटी ने पुलिस को बयान दिया था कि उसको किसी प्रकार से बेहोश किया गया था। इसके बाद फ्लैट में अचानक आग लग गई। उन्होंने कहा कि साल 2018 में अब्दुर्रहमान ने अपना धर्म परिवर्तन करके हिंदू बनने का ढोंग किया और गाजियाबाद के आर्य समाज मंदिर में मेरी बेटी से शादी कर ली।
इसके बाद उसने एक ही दिन में अपना धर्मांतरण किया, बेटी से शादी की और उसका रजिस्ट्रेशन भी करा लिया। इसके बाद साल 2021 में वर्षा सारंगी ने एक बेटे ने एक बच्चे को जन्म दिया। अब्दुर्रहमान ने उसका नाम अली रखा। वर्षा की माँ का आरोप है कि अब्दुर्रहमान जब धर्मांतरण कर चुका है तो उसको अपने बच्चे का नाम हिन्दू नाम रखना चाहिए था। लेकिन उसने मुस्लिम नाम रखा और उसका सुन्नत भी कराया।
IAS ने जारी किया था वीडियो
इससे पहले अप्रैल 2024 में ओडिशा के पूर्व IAS अधिकारी एवं वर्षा के पिता ने वीडियो जारी करके अपनी बेटी को भी ‘लव जिहाद’ के चंगुल में फँसा बताया था। उन्होंने अब्दुर्रहमान नाम के युवक पर अपनी एकलौती बेटी को धोखे से जाल में फँसाने और ब्रेनवॉश करने का आरोप लगाया था। इस संबंध में उन्होंने सारे विवरण 21 अप्रैल 2024 को ऑपइंडिया को भेजे थे।
वीडियो में पूर्व IAS आरके सारंगी के साथ उनकी पत्नी सांगविका सारंगी भी मौजूद थीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई थी। वीडियो में उन्होंने बताया था कि उन्होंने अपनी तरफ से खोजबीन की तो उनकी बेटी की मौजूदगी मेरठ के मवाना इलाके में पाई गई थी। उन्होंने बेटी को खोजने का आग्रह किया था।
नोएडा के अस्पताल में मिला अब्दुर्रहमान
RK सारंगी हमें आगे बताया कि नोएडा के एक अस्पताल में इंटर्नशिप करने के दौरान वर्षा को अब्दुर्रहमान मिला था। वह उसी अस्पताल में यूनानी दवाओं का कोई काम करता था। शुरुआत में वर्षा ने अपने माता-पिता से शिकायत की थी कि अब्दुर्रहमान जबरन उससे बातचीत की कोशिश करता है।
इस शिकायत के बाद वर्षा को दूसरे अस्पताल में काम करने के लिए भेजा गया था। बाद में आर के सारंगी का ट्रांसफर गुजरात के राजकोट हो गया था। इसके बाद वर्षा ने अपनी डॉक्टरी का इंटर्नशिप जारी रखने की माँग की और नोएडा में ही कुछ और समय रहने की मोहलत माँगी।
घर में मिली थी जली हालत में
आर के सारंगी ऑपइंडिया को आगे बताते हैं कि एक दिन उन्हें राजकोट में कॉल आई कि उनकी बेटी नोएडा के अपने घर में जल गई है। आनन-फानन में वो नोएडा पहुँचे तो वर्षा एक अस्पताल में जली हालत में भर्ती मिलीं। यहाँ पर अब्दुर्रहमान भी मौजूद मिला, जिसने वर्षा के जलने के सवाल पर गोलमोल जवाब दिया।
पुलिस जाँच में वर्षा ने बताया कि उन्हें बेहोशी की हालात में सम्भवतः जलाया गया। जब होश आया तो वो शॉवर के नीचे नग्न हालत में पड़ी थीं। RK सारंगी को अब्दुर्रहमान पर शक हुआ लेकिन उन्होंने पहले बेटी के स्वास्थ्य की चिंता की। इसके बाद वो वर्षा को लेकर राजकोट चले गए।
राजकोट में हुआ इलाज
सारंगी दम्पति हमें आगे बताते हैं कि राजकोट के अस्पताल में इलाज के दौरान पाया गया कि वर्षा के चेहरे पर और सीने पर जले के निशान थे। उन्होंने अपनी बेटी का महँगे से महँगा इलाज करवाया। थोड़ा ठीक होने के बाद वर्षा फिर से इंटर्नशिप पूरा करने के नाम पर नोएडा जाने की जिद करने लगीं।
सारंगी दम्पति को आशंका है कि अब्दुर्रहमान छिप कर राजकोट आया था। उसने घायल अवस्था में नग्न पड़ी वर्षा की कई आपत्तिजनक तस्वीरें खींच ली थी, जिसके सहारे पीड़िता को ब्लैकमेल किया गया। आर के सारंगी ने हमें बताया कि उनकी बेटी को राजकोट से नोएडा लाकर अब्दुर्रहमान गाजियाबाद ले गया।
गाजियाबाद में हिन्दू बन कर फर्जी शादी की साजिश
आरोप है कि अप्रैल 2022 में यहाँ एक ‘आर्य समाज सेवा ट्रस्ट’ नाम से बनी संस्था में उसने वर्षा से शादी का नाटक किया। उक्त संस्था पहले से ही विवादित रही है और दयानंद सरस्वती वाला ‘आर्य समाज’ से इसका कोई संबंध नहीं है। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय भी उक्त संस्था पर टिप्पणी करते हुए फटकार लगा चुका है।
आरोप है कि अब्दुर्रहमान ने इस शादी में खुद के हिन्दू धर्म में ‘घर वापसी’ का दावा किया था। हालाँकि, गाजियाबाद पुलिस ने इस केस में IPC की धारा 420 के तहत FIR दर्ज कर ली थी। पूर्व अधिकारी की पत्नी का दावा है कि जिस शादी के नाम पर अब्दुर्रहमान उनकी बेटी को अपनी बीवी बताने का दावा करता है, वो कानूनन अवैध है।
बना रहा है केस वापसी का दबाव
आरके सारंगी की पत्नी ने हमें बताया था कि अब्दुर्रहमान उनकी बेटी पर केस वापसी का दबाव बना रहा है। केस वापसी से इनकार करने पर लम्बे समय तक वर्षा से बात नहीं करवाई जाती है। बकौल पीड़ित दम्पति, उन्हें यह भी बताया गया कि अब्दुर्रहमान ने कई बार वर्षा की निर्ममता से पिटाई की है। अब वर्षा एक बच्चे की माँ है। आरोप है कि अक्सर अब्दुर्रहमान बच्चे की फोटो स्टेटस पर डाल कर सारंगी दम्पति को चिढ़ाने का भी काम करता है।
सम्पत्ति पर है नजर और ‘लव जिहाद’ का टास्क
सारंगी दम्पति ने आशंका जताई थी कि अब्दुर्रहमान की नजर उनकी सम्पत्ति पर है। उन्होंने बताया कि अब्दुर्रहमान यह जानता है कि वर्षा अपने परिवार की इकलौती संतान है। हमें यह भी बताया गया था कि मानसिक तनाव के चलते अक्सर आर के सारंगी की तबीयत खराब ही रहने लगी है। सारंगी की पत्नी ने बताया था वह उनकी सारी चल-अचल सम्पत्ति का मालिक भी बनना चाह रहा है।
‘नहीं मिला साथ तो मार डाली जाएगी बेटी’
सारंगी परिवार ने हमें आगे बताया था कि केस वापसी का दबाव सिर्फ इसलिए बनाया जा रहा है, जिससे अब्दुर्रहमान उनकी बेटी को बाद में मार भी डाले तो कोई कानूनी अड़चन न आए। अपनी बेटी को पूरी तरह से ब्रेनवॉश बताते हुए सारंगी परिवार मामले की जाँच CBI या NIA से करवाने की माँग की थी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि किसी अधिकारी के आगे बयान दिलाने से पहले अब्दुर्रहमान उनकी बेटी को ड्रग्स देता है और साथ ही मुँह खोलने पर बेटे को मार डालने के लिए धमकाता है। पीड़ित परिवार ने कम से कम 1 महीने वर्षा को अपने साथ रखने की गुहार लगाई थी। प्रशासन के अलावा सारंगी परिवार ने हिन्दू संगठनों से भी मदद की अपील की थी।