उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 26 दिसंबर 2022 को एक महिला की लाश मिली थी। इसकी पहचान 35 वर्षीय भव्या शर्मा के तौर पर हुई। अब यह पता चला है कि उसकी हत्या उसके पति विनोद शर्मा ने ही की थी। विनोद उसका तीसरा पति था। उसने भव्या को अनीस के साथ देखने के बाद चाकू घोंप दिया था। अनीस उसका दूसरा पति था। पुलिस ने विनोद को गिरफ्तार कर लिया है। यह बात भी सामने आई है कि भव्या ने धर्म बदलकर तीन बार शादी की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भव्या ने जो तीन शादी की उनमें से दो हिंदू युवक से और एक मुस्लिम से। तीनों ही लव मैरिज थी। इसके लिए उसने तीन बार अपना धर्म बदला था। वह बिहार सीतामढ़ी की रहने वाली थी, लेकिन बाद में उसका परिवार गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार में शिफ्ट हो गया था। पहली शादी के लिए वह बेबी से अंजलि बानी थी। पहली शादी 2004 में दिल्ली के रहने वाले योगेंद्र कुमार से हुई थी। दोनों का एक बेटा भी है। फिर 2017 में अनीस के साथ उसने निकाह किया और अफसाना बन गई। अनीस से उसका एक बेटा आदिल है। इसके बाद उसने 2019 में उसने गुरुग्राम के विनोद शर्मा से तीसरी शादी की और भव्या बन गई। वह, आदिल और विनोद साथ रहते थे।
गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार के वृंदावन एन्क्लेव में 26 दिसंबर को शव मिलने के बाद पहले तो विनोद ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। फिर उसने पुलिस को बताया कि वह आयुर्वेदिक दवाओं की सप्लाई चेन से जुड़ी हुई थी। 25 दिसंबर को भव्या इंदौर से लौटी और रात में उन दोनों ने साथ में शराब पी। इसके बाद वह 26 दिसंबर की सुबह बिस्तर पर मृत पाई गई। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के पेट के निचले हिस्से में चाकू के निशान मिले थे। इसलिए विनोद को दोबारा बुलाकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना गुनाह कबूल लिया।
उसने बताया कि भव्या के पैसों से ही घर चलता था। वह आदिल को स्कूल छोड़ने से लेकर घर के सारे काम किया करता था। उसकी पत्नी काम के सिलसिले में अक्सर बाहर ही रहती थी। इसी बीच 24 दिसंबर की रात विनोद ने भव्या से वीडियो कॉल पर बातचीत की, जिसमें उसने उसके दूसरे शौहर अनीस को देखा। अनीस ने विनोद को धमकी दी कि वह गाजियाबाद छोड़कर चला जाए, नहीं तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा। यह सुनते ही विनोद आगबबूला हो गया। इसके बाद जब भव्या 25 दिसंबर 2022 को घर लौटी, तो उसने सुनियोजित तरीके से उसकी हत्या कर दी। इस दौरान उसने बेटे आदिल को बाजार से सामान लेने के लिए भेज दिया था। उसके घर आने तक सारे सबूत मिटा दिए।
जब आदिल घर लौटा तो विनोद ने कहा कि मम्मी सो गई है। उसे परेशान मत करना। इसके बाद विनोद ने कॉल कर वियजनगर थाना पुलिस को भव्या के मरने की सूचना दी। उसे लग रहा था कि सभी सबूत मिटाने के बाद पुलिस उस तक पहुँच नहीं पाएगी। इसलिए शुरुआत में उसने पुलिस को गुमराह किया, लेकिन बाद में पुलिस की सख्ती से टूट गया और जुर्म कबूल कर लिया।