उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक मौलवी पर हिन्दू महिला को इस्लाम कबूल करवाने का आरोप लगा है। पीड़िता का नाम मीनू है, जिसके परिवार के बाकी सदस्यों पर भी दबाव बनाकर उन्हें मुस्लिम बना दिया गया था। महिला के बेटे ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद शुक्रवार (24 नवंबर 2023) को पुलिस ने आरोपित मौलवी को गिरफ्तार कर लिया। मौलवी का नाम सरफराज है, जो पहले भी धोखाधड़ी जैसे केस में नामजद है। पुलिस मामले में जाँच और आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक यह मामला थानाक्षेत्र नंदग्राम का है। यहाँ के आश्रम रोड निवासी अक्षय 23 नवंबर 2023 (गुरुवार) को थाने पहुँचे। उन्होंने पुलिस में मौलवी सरफराज के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में अक्षय ने बताया कि उनकी माँ साल 2017 में शारीरिक और मानसिक तौर पर काफी परेशान थीं। इस बीच उन्हें किसी ने झाड़फूँक के लिए मौलवी सरफराज के बारे में बताया।
शिकायत में पीड़ित ने आगे बताया कि लोगों की बातों पर विश्वास करके वो सरफराज के पास गए। शुरुआत में मौलवी ने झाड़फूँक की लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हुआ। तब उसने पीड़ित परिवार को बताया कि जब तक वो हिन्दू धर्म में रहेंगे, तब तक उनकी परेशानी दूर नहीं होगी।
जल्द फायदे के लिए सरफराज ने अक्षय के परिवार को इस्लाम कबूलने की सलाह दी। अक्षय और उनके परिवार ने मौलवी की बातों में आकर घर के मंदिर से देवी-देवताओं की तस्वीरों को हटा दिया और तमाम काम इस्लामी तौर-तरीके से करने लगे।
पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस टीम द्वारा धर्मपरिवर्तन कराने की साजिश का खुलासा करते हुए 01 अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार ।
— POLICE COMMISSIONERATE GHAZIABAD (@ghaziabadpolice) November 24, 2023
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मौलवी के बरगलाने पर अक्षय के परिवार वाले अपने नाबालिग बच्चों को भी इस्लामी तौर-तरीके सिखाने लगे थे। शिकायत में दावा किया गया है कि मौलवी सरफराज ने अपने पास आने वाले अन्य लोगों को भी अपना धर्म त्याग कर इस्लाम कबूल करने के लिए कहता है। ऐसा करने पर वो सभी मुसीबतों को दूर करने का झाँसा देता है।
पुलिस ने इस मामले की FIR दर्ज करते हुए आरोपित मौलवी की तलाश शुरू कर दी। आखिरकार 24 नवंबर को सरफराज को गाजियाबाद से ही दबोच लिया गया। लगभग 36 वर्षीय मौलवी सरफराज के अब्बा का नाम शमशाद अली है, जो गाजियाबाद के ही बापूधाम इलाके का रहने वाला है।
पुलिस से पूछताछ में मौलवी सरफराज ने बताया कि कई वर्षों पहले उसने हज किया था। वहाँ से लौटने के बाद वो झाड़फूँक के काम में लग गया। खुद को झाड़फूँक के काम में 8 साल से बताते हुए सरफराज ने पुलिस के आगे कबूल किया कि वो इलाज के नाम पर अन्य धर्म के लोगों को इस्लाम कबूल करने के लिए उकसाया करता है।
ACP नंदग्राम के मुताबिक आरोपित इससे पहले भी धाना मधुबन से धोखाधड़ी के एक मामले में नामजद है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच और अन्य कानूनी कार्रवाई कर रही है।