गुजरात की राजधानी अहमदाबाद की धंधुका तहसील से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहाँ मंगलवार (25 जनवरी 2022) को किशन भरवाड नाम के हिंदू युवक की हत्या कर दी गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किशन अपने घर जा रहा था। उसी दौरान दो बाइक सवार आरोपितों ने उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है, लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं हैं।
कहा जा रहा है कि किशन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट अपलोड की थी, जिसके बाद से कट्टरपंथी इस्लामिस्ट उसके खिलाफ थे। रिपोर्ट के अनुसार, किशन ने जो वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था वो पैगंबर मुहम्मद से संबंधित था। इन मामलों ने जब भी कट्टरपंथी किसी की हत्या करते हैं, या उसका सिर कलम करते हैं तो उसे ईशनिंदा कहकर जस्टिफाई किया जाता है। इस्लामिस्ट इसे सही ठहराते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, कथित पोस्ट के खिलाफ हाल ही में कुछ लोगों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद पुलिस ने किशन के खिलाफ एक्शन लिया था। वर्तमान में किशन ने अपना सोशल मीडिया अकाउंट की सेटिंग को प्राइवेट कर रखा है। खास बात यह है कि पुलिस ने अभी तक उस कथित विवादित पोस्ट की जाँच नहीं की है।
इस घटना के बाद किशन अपने घर से बाहर नहीं निकलता था, अचानक मंगलवार को ही वो अपनी बाइक से निकला था, लेकिन उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस को आशंका है कि इसी विवादित पोस्ट के कारण हो सकता है कि उसकी हत्या की गई हो।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि किशन पर गोली चलाने वाले आरोपित उसके पीछे चल रहे थे, जैसे ही वो मोढवाड़ा मोड़ के पास पहुँचे तो किशन पर पहली गोली चलाई गई, हालाँकि, वो बच गया, जिसके बाद उस पर दोबारा हमला किया गया। इसके घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
इस वारदात के बाद बवाल होना तय था। परिजनों ने किशन के शव को लेने से इनकार कर दिया। हालाँकि, कई हिंदू संगठनों के मामले में हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामले की उचित जाँच का आश्वासन दिया और उसके बाद ही परिवार ने किशन के शव को स्वीकार किया।
बुधवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच किशन का अंतिम संस्कार किया गया। गुजरात पुलिस का एसओजी (स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप) मामले की जाँच करेगा। इस घटना के मामले में कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।