उत्तराखंड के कुमाऊँ मंडल के नैतीताल जनपद स्थित हल्द्वानी ने बनभूलपुरा में हिंसा भड़की हुई है। हल्द्वानी को उत्तराखंड की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है। वहाँ बड़ी संख्या में मुस्लिमों ने सरकार जमीन पर कब्ज़ा कर के बस्तियाँ बसा रखी हैं। पुलिस-प्रशासन का बुलडोजर जब गुरुवार (8 फरवरी, 2024) को कार्रवाई करने पहुँचा तो हजारों की भीड़ जमा हो गई और थाने को घेर कर आग लगा दी गई। पत्थरबाजी हुई, गोलीबारी हुई, कई महिला पुलिसकर्मी भी घायल हुईं और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि दंगाइयों और उपद्रवियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना के संबंध में शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। CM ने पुलिस को अराजक तत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि आगजनी-पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है, साथ ही आश्वासन दिया कि सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपील की, “हल्द्वानी की सम्मानित जनता से अनुरोध है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।” भीड़ द्वारा की गई हिंसा में 300 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। DM वंदना सिंह ने बताया है कि पुलिसकर्मियों को ज़िंदा जलाने की कोशिश भी की गई। हिंसक भीड़ में महिलाएँ भी शामिल थीं। मुस्लिम कह रहे हैं कि पुलिस मदरसे और मस्जिद को तोड़ने आई थी, जबकि प्रशासन का कहना है कि वहाँ जो संरचनाएँ हैं वो धार्मिक संरचनाओं के रूप में रजिस्टर्ड नहीं हैं।
फ़िलहाल हल्द्वानी में इंटरनेट सेवाएँ बंद हैं, शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है और पूरे राज्य में हाई अलर्ट है। पुलिस को 3 तरफ से घेर कर पथराव किया गया। भीड़ में शामिल लोग लगातार अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे और ‘मारो-मारो’ नारा लगा रहे थे। पत्रकारों पर भी हमला किया गया है। अब तक 6 जिलों से पैरामिलिट्री फ़ोर्स मँगाई गई है। भारतीय सेना भी शनिवार को पहुँच जाएगी। उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है।
दंगाइयों और उपद्रवियों के विरुद्ध करेंगे कठोरतम कार्रवाई
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 9, 2024
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना के संबंध में शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की।
पुलिस को अराजक तत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। आगजनी पथराव करने… pic.twitter.com/e5VdmR7y0o
थाना ही नहीं, बल्कि एक पेट्रोल पंप भी फूँक दिया गया। DM ने बताया कि हल्द्वानी में न्यायालय के आदेश के बाद कुछ और जगह भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। राज्य सरकार ने इसके लिए टास्क फ़ोर्स भी गठित कर रखी है। बताया जा रहा है कि पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई से पहले हवाई सर्वे नहीं कराया और प्रकरण को हल्के में लिया। उधर सोशल मीडिया में इस्लामी कट्टरपंथियों का साथ देने वाले उलटे हिंसक भीड़ का ही बचाव कर रहे हैं।