हरियाणा के पंचकुला में आशा कर्मचारी, आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व महिला पुलिसकर्मी पर हमला करने के आरोप में पुलिस ने 4 युवकों को गिरफ्तार किया। युवकों की पहचान जावेद, नदीम, इशाक और आजाद के रूप में हुई। पुलिस ने इन्हें पकड़ने के बाद लोकल कोर्ट में पेश किया। वहाँ से इन्हें 14 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा दिया गया।
सेक्टर 16 पुलिस चौकी इंचार्ज जगदीश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा के निर्देशानुसार आशा वर्करों की एक टीम पुलिसकर्मियों के साथ सर्वे के लिए इंदिरा कॉलोनी गई थी। जहाँ पर कुछ युवकों ने उन्हें सर्वे करने से रोकने के लिए बहस शुरू कर दी। जब पुलिस ने इसमें हस्तक्षेप किया तो भीड़ और हिंसक हो गई। थोड़ी देर बाद उन्होंने पुलिस का कॉलर पकड़ लिया और आशा वर्करों व पुलिसकर्मियों की टीम पर हमला किया।
Javed, Nadeem, Isaq and Azad arrested for attack on ASHA workers and police personnel in Panchkula, Haryana: Read detailshttps://t.co/H4Setvky75
— OpIndia.com (@OpIndia_com) April 10, 2020
हमले में महिला पुलिस कर्मी घायल हो गई। जिसकी सूचना मिलने के बाद, पुलिस ने 9 आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। इनमें से 4 आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं। जबकि 5 आरोपित अभी फरार हैं। सेक्टर 14 के थाने में इन पर धारा 188, 186, 323 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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जानकारी के अनुसार, बुधवार से आशा वर्करों की एक टीम पुलिस की टीम को साथ लेकर इंदिरा कॉलोनी में डोर टू डोर जाकर सर्वे कर रही थीं। लेकिन गुरुवार को सर्वे के दौरान कुछ युवकों ने टीम का विरोध करना शुरू कर दिया। फिर उग्र युवकों ने आशा वर्करों व पुलिस के समझाने पर भी उनकी बात नहीं मानी और उन पर हमला बोल दिया। इस हमले में महिला पुलिस कर्मी घायल हो गई।
हमले के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। सूचना पाकर सेक्टर-16 पुलिस मौके पर पहुँच गई। पुलिस ने 9 आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके 4 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद इन्हें अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हिसार जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार आरोपितों का नाम नदीम, जावेद, ईसाक और आज़ाद है।
गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच स्वास्थ्यकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। इन मामलों में अधिकांश जगहों पर आरोपित मुस्लिम पाए जा रहे हैं, जो कभी स्वास्थ्यकर्मियों के कार्य को एनआरसी से जोड़ रहे हैं तो कभी सुरक्षाकर्मियों व सफाईकर्मियों पर थूक रहे हैं। पिछले दिनों का मामला भी याद दिला दें जब तबलीगी जमात के लोग अस्पताल में नर्सों के सामने नंगे होकर घूमने लगे थे और उनसे अश्लील बातें कर रहे थे।