Sunday, December 22, 2024
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एक ‘राजनीतिक दल’ के संपर्क में था हाथरस हादसे का मुख्य आयोजक मधुकर: गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुलासा, मनरेगा के JE से फंड जुटाने को लेकर भी पूछताछ

हाथरस केस में पुलिस राजनीतिक कनेक्शन की भी जाँच कर रही है। मधुकर से पूछताछ में पता चला है कि राजनीतिक पार्टियों से भी चंदा मिलता रहा है।

हाथरस हादसे के मुख्य आरोपित वेद प्रकाश मधुकर के पॉलिटिकल कनेक्शन सामने आ रहे हैं। वो राजनीतिक दल के संपर्क में था। इसकी जाँच की जा रही है। इस बीच, हाथरस भगदड़ मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि भगदड़ की मुख्य वजह भारी संख्या में लोगों का जीटी रोड पर आ जाना है, क्योंकि मंच से कथित तौर पर चरणरज लेने की घोषणा कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि भोले बाबा उर्फ सूरज पाल का काफिला जीटी रोड से होकर निकला, जिसके बाद लोग उसकी चरणों की धूल या गाड़ियों के पहियो के निशान वाली मिट्टी उठानी शुरू कर दी। इस दौरान सेवादारों ने लोगों के साथ धक्कामुक्की की और भगदड़ मच गई।

वहीं, इस हादसे से जुड़े 2 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसी के साथ मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर समेत कुल 9 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मधुकर को शनिवार को हाथरस की कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उसे 14 दिन का हिरासत में भेज दिया गया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सत्संग समारोह में आयोजकों ने गलत रास्ते का चयन किया था। प्रवचन समाप्त होने के बाद सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा का काफिला जब निकाला गया तो अनुयायी जीटी रोड पर उनके पास पहुँच गए। वहाँ चरणरज लेने वालों से सेवादारों ने धक्का-मुक्की कर दी। इस वजह से भगदड़ मची और 121 लोगों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि एटा-अलीगढ़ रोड पर आयोजन स्थल पर सड़क के एक ओर मंच बनाया था। मंच से जीटी रोड तक के लिए सूरजपाल के निकलने का जो रास्ता बनाया गया, वह बाएँ हाथ से अलीगढ़ की तरफ मिलाया गया था।

राजनीतिक कनेक्शन की जाँच

इस बीच, पुलिस ने दावा किया कि कुछ राजनीतिक दलों ने हाल ही में मधुकर से संपर्क किया था। पुलिस ने कहा कि राजनीतिक संबंधों और धन के लेन-देन की जाँच की जाएगी और यदि कोई पार्टी इन गतिविधियों में शामिल पाई जाती है तो उसके खिलाफ ‘सख्त से सख्त’ कार्रवाई की जाएगी। हाथरस पुलिस के अनुसार, पूछताछ के दौरान मधुकर ने खुलासा किया कि कुछ समय पहले कुछ राजनीतिक दलों ने उससे और अन्य सत्संग आयोजकों से संपर्क किया था। पुलिस ने कहा कि सत्संग के दौरान डोनेशन की भी जाँच की जा रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि ऐसे कार्यक्रमों को किसी राजनीतिक दल द्वारा आर्थिक मदद दी जाती है या नहीं।

अग्रवाल ने कहा, “अभी तक की पूछताछ से ऐसा लगता है कि कोई राजनीतिक दल अपने राजनीतिक और निजी हितों के लिए उनसे (सूरज पाल से) जुड़ा हुआ है। आरोपित देवप्रकाश मधुकर से जुड़े सभी बैंक खातों, चल-अचल संपत्तियों, मनी ट्रेल आदि की जांच की जा रही है; जरूरत पड़ने पर अन्य एजेंसियों से भी सहयोग मांगा जाएगा।”

अब तक कुल 9 गिरफ्तार

इस बीच, शनिवार (6 जुलाई 2024)को हाथरस के कैलोरा चौराहे और गोपालपुर कचौड़ी से दो आरोपियों रामप्रकाश शाक्य और संजू यादव को गिरफ्तार किया गया। 2 जुलाई को हुई भगदड़ के बाद से इस मामले में कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य आरोपित मधुकर को शनिवार को हाथरस में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

बता दें कि हाथरस में सिकंदराराऊ के गाँव फुलरई के पास जीटी रोड के किनारे मंगलवार (2 जुलाई 2024) को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी। पुलिस प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जाँच-पड़ताल कर रही है। इस मामले में सिकंदराराऊ कोतवाली के अंतर्गत पोरा चौकी प्रभारी ब्रजेश पांडे की तरफ से भारतीय न्याय सहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223, 238 के अंतर्गत केस दर्ज कराया गया है, जिसमें 9 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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