कर्नाटक के मैसुरु (Mysuru, Karnataka) के पारंपरिक चिकित्सक शबा शरीफ़ को बंधकर बनाकर रखने और उसकी हत्या करने के मुख्य आरोपी केरल (Kerala) निवासी शैबिन अशरफ को शातिर अपराधी बताया है। मूल रूप से वायनाड का करने वाले अशरफ ने पुलिस को बताया है कि उसके पास 350 करोड़ रुपये की संपत्ति है। उसने जो पुलिस को बताया, उससे पुलिस के अधिकारी भी अचंभित हैं कि आखिर ट्रक पर खलासी का काम करने वाला व्यक्ति करोड़ों रुपए के मकान और इतनी संपत्ति का मालिक कैसे बन गया।
मलप्पुरम के SP सुजीत दास ने बताया कि अशरफ के कथनानुसार ये सारी संपत्ति उसने कुछ सालों में अर्जित की है। इसकी जाँच की जाएगी और उसके वित्तीय स्रोतों का पता लगाया जाएगा। पुलिस ने एक उसे एक शातिर बताया है।
ऑटो रिक्शा चालक से 350 करोड़ रुपए का मालिक
बता दें कि सुल्तान बथेरी के पास मैथनिकुन्नू के एक गरीब परिवार में जन्मा अशरफ ट्रक क्लीनर और एक ऑटोरिक्शा चालक के रूप में करता था। इसी दौरान उसकी अम्मी कमाने के लिे अरब चली गई। अपनी अम्मी के संपर्कों का इस्तेमाल करते हुए वह भी अरब चला गया। उसके पास दौलत की बरसात होने लगी।
उसने अपने गाँव के लोगों को बताया कि अबू धाबी में वह अरब लोगों के साथ मिलकर डीजल का व्यापार करता था। इलाके में यह भी अफवाह है कि वह यमन के हूती विद्रोहियों को अवैध रूप से तेल की सप्लाई करता था। किसी मामले में उसे अबू धाबी में दो साल की जेल की सजा भी हो चुकी है।
साल 2015 में सुल्तान बथेरी के पुथनकुन्नू में उनके महलनुमा घर का निर्माण शुरू हुआ, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये है। उसने नीलांबुर में 2 करोड़ रुपए का घर खरीदा है। उसके पास एक से एक लक्जरी गाड़ियाँ हैं। कभी किराए के घर में रहने वाला 42 साल का यह शख्स ‘उद्योगपति’ कहलाने लगा।
स्थानीय लोगों का विश्वास जीतने के लिए अशरफ ने कई युवाओं को खाड़ी देशों में जाने में मदद की। वह पैसे देकर कई लोगों का व्यापार भी शुरू करवाया। अपने गिरोह की मदद से उसने अदरक की खेती, कपड़ा और मछली बिक्री जैसे कई व्यवसायों में पैसे लगाए।
अबू धाबी में अपने सहयोगी की हत्या का आरोप
अशरफ का अबू धाबी में 35 साल हैरिस नाम का एक बिजनेस पार्टनर था। दोनों मिलकर काम करते थे। साल 2020 में हैरिस की हत्या हो गई थी। केरल के कोझीकोड के रहने वाले हैरिस के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसकी मौत में अशरफ का हाथ हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि अशरफ से विवाद होने के बाद उसने हैरिस की हत्या की होगी।
हैरिस अबू धाबी के अपने फ्लैट में 5 मार्च 2020 को मृत पाया गया था। उसकी कलाई की नस कटी हुई थी। इसके अलावा, हैरिस की मैनेजर के रूप में काम करने वाली महिला भी मृत पाई गई थी। परिजनों ने बताया कि हत्या से एक दिन पहले हैरिस ने उनसे कहा था कि वह एक हफ्ते में घर आएगा, लेकिन उसकी हत्या हो गई। परिजनों ने इस मामले में FIR दर्ज कराई है।
इस मामले में पुलिस को मर्डर के 45 पेज के ब्लूप्रिंट का एक वीडियो भी मिला है। इसमें हत्या की साजिश को पूरी स्क्रिप्ट की तरह उकेरा गया है। इस वीडियो को उसका सहयोगी नौशाद ने फिल्माया था। इस साजिश को कुछ इस तरह से बुना गया था कि हैरिस का अपनी मैनेजर के साथ झगड़ा हो गया और उसने मैनेजर की हत्या करने के बाद अपनी कलाई काटकर आत्महत्या कर ली।
अपराध की दुनिया में कदम
अशरफ तो दिखाने के लिए व्यापार करता था, लेकिन वह कॉन्ट्रैक्ट क्राइम में भी शामिल हो गया। इसके लिए उसने अपना गैंग भी बना लिया। पुलिस की लिस्ट में गुंडा एक्ट में शामिल कुख्यात अपराधी यूपी जोश को उसने चुनौती देना शुरू कर दिया।
उसके गैंग में 30 लोग शामिल थे, जिन्हें वह दिखाने के लिए विभिन्न व्यवसायों में लगा रखा था। मछली बिक्री से लेकर काली मिर्च, अदरक की खेती और कपड़ों के व्यवसाय तक वह उनकी मदद लेता था। हालाँकि, बाद में उसके कई साथियों ने उसका साथ छोड़ दिया, लेकिन उसके खिलाफ डर से मुँह नहीं खोला।
अशरफ के सहयोगियों ने किया मामले का खुलासा
शाबा की हत्या का खुलासा अशरफ का साथी रहे और बाद उसका विरोधी बने नौशाद थंगलथ ने किया था। इस मामले में पुलिस उसे लेकर अशरफ के घर भी गई। हालाँकि, वहाँ कोई अहम सबूत नहीं मिला। नौशाद पिछले पाँच दिनों से पुलिस की हिरासत में है। वहीं, मुख्य आरोपी अशरफ और उसका सहयोगी निषाद और शिहाबुदीन न्यायिक हिरासत में हैं। पुलिस इनकी कस्टडी लेने के लिए प्रयास कर रही है।
इस मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। पुलिस को आशंका है कि ये लोग अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। नौशाद ने पुलिस को एक पेन ड्राइव सौंपा था, जिससे पुलिस को इस मामले का सुराग मिला।
क्या है मामला
अगस्त 2019 में पारंपरिक चिकित्सक 60 वर्षीय शबा शरीफ के घर 10 अज्ञात लोग आए और उन्होंने एक बुर्जुग के बवासीर का इलाज करने की बात कह उन्हें अपने साथ लेकर चले गए। इसके बाद शबा को अशरफ ने अपने घर पर बंधक बना लिया। अशरफ शबा से इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रग का गुप्त फॉर्मूला जानना चाहता था। इसके लिए अशरफ ने शबा को महीनों तक खूब टॉर्चर किया और बाद में हत्या कर दी। हत्या के बाद शबा के शव को टुकड़ों में काटकर 2020 में फेंक दिया।