Friday, November 15, 2024
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‘मुस्लिमों ने घेर लिया है गाँव, बच्चों से लेकर महिलाएँ सब डर में’ : वडोदरा में जहाँ हुआ हिंदू युवकों पर हमला, वहाँ से ऑपइंडिया की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

गुजरात के वडोदरा के सयाजीपुरा में क्रिकेट खेलने के दौरान उठे विवाद में मुस्लिम युवकों ने हिंदू लड़कों को अंधाधुंध चाकू घोंपे। हमले में घायल लड़कों को अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया। वहीं घटना के संबंध में मामला कपूराई थाने में दर्ज हुआ। 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई।

गुजरात के वडोदरा के सयाजीपुरा में क्रिकेट खेलने के दौरान उठे विवाद में मुस्लिम युवकों ने हिंदू लड़कों को अंधाधुंध चाकू घोंपे। हमले में घायल लड़कों को अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया। वहीं घटना के संबंध में मामला कपूराई थाने में दर्ज हुआ। पुलिस ने एक्शन लेते हुए चारों आरोपितों को जेल भेज दिया है। इनकी पहचान एजाज पठान, मोइन पठान, सोहिल पठान और उर्वेश पठान के तौर पर हुई है।

बताया जा रहा है कि क्रिकेट खेलने के वक्त हिंदू लड़कों की इन चारों से बहस हुई थी, जिसके बाद चारों ने उनके साथ मारपीट की। बाद में सब अपने घर आ गए। लेकिन, रात में आरोपित पक्ष ने सुलह के नाम पर लड़कों को दोबारा बुलाया और जैसे ही वो वहाँ पहुँचे, सबने उनके ऊपर चाकुओं से हमला कर दिया। घटना में हिंदू लड़के बुरी तरह घायल हो गए। अभी सब अस्पताल में हैं, यहाँ उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

सरपंच ने की घटना की पुष्टि, एक पीड़ित के भाई ने बताया गाँव के हालात

गाँव के सरपंच ने इस हमले की पुष्टि की है। वहीं जब हमने भी ग्राउंड की हकीकत जानने के लिए पीड़ितों के परिजनों से संपर्क किया तो एक पीड़ित के भाई ने हमलावरों के डर से नाम न बताने की शर्त पर चौंकाने वाले दावे किए।

उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, “इस हमले में मेरा छोटा भाई घायल हो गया है। जब मेरा भाई सुलह करने गया तो उसे चाकू मार दिया गया। उसकी पीठ पर दो से तीन इंच गहरा चाकू घोंपा गया और चेहरे पर भी मारा गया। अभी हमने सीटी स्कैन कराया है, रिपोर्ट आनी बाकी है।”

उन्होंने कहा, “ये लोग पहले से ही उपद्रवी हैं। वे जब चाहें किसी के भी साथ मारपीट करते रहते हैं। सभी बहुत अड़ियल हैं, वे अपने आप को गुंडा बताने के लिए लोगों से लड़ते हैं। बहनों और बेटियों की गाली देते हैं, गिरोह बनाते हैं और लड़ते हैं। इन लोगों पर कई आपराधिक कृत्यों का आरोप है। पहले ऐसा यूपी-बिहार में होता था लेकिन अब इसमें सुधार हुआ है और गुजरात की हालत खराब हो गई है।”

जुमे के दिन डर से बच्चे नहीं जाते स्कूल, मुस्लिम गाँव घेर लेते हैं

गाँव के हिंदुओं की समस्या के बारे में उन्होंने कहा, “हर शुक्रवार को गाँव के लोगों के साथ यहाँ बाहरी लोग भी नमाज पढ़ने आते हैं, जिससे पूरी सड़क अवरुद्ध हो जाती है। ये लोग गाँव को चारों तरफ से घेरने की कोशिश करते हैं। मस्जिद के ठीक सामने आंगनवाड़ी है। प्रताड़ना का आलम यह है कि शुक्रवार को बच्चे वहाँ नहीं जाते। बच्चे उन लोगों के चाकू देखकर डरते हैं। हमारे गाँव में सड़क बनी, पर सड़क तक अवैध रूप से निर्माण खड़ा कर लिया गया है। वे पूरी सड़क पर हमारे साथ जबरदस्ती करते रहते हैं और हमें आने-जाने में भी परेशानी होती है।”

उन्होंने गाँव की बदलती डेमोग्राफी पर बात की। साथ ही गाँव में अवैध रूप से बनाई गई मस्जिद के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गाँव में अवैध मस्जिद खड़ी कर दी गई। लेकिन दंगा न हो, इस वजह से सब चुप रहे। जब गाव का सरपंच अब्दुल वजीर था, तब उसने झूठे कागज बनवा कर अवैध मस्जिद बनवाई थी।

पीड़ित के भाई ने कहा कि मुसलमान उनके गाँव को चारों ओर से घेरते जा रहे हैं और गाँव में उनका डर बढ़ता जा रहा है। लोग उनके अत्याचार सह रहे हैं। अगर कोई विरोध करता है तो ये लोग मारपीट करते हैं। पीड़ित के भाई ने कहा, “पहले भी ऐसी घटनाएँ हुई हैं, लेकिन फिर बड़ों को बीच में रखकर मामला सुलझा लिया जाता है। ये सब साजिश करते हैं। पहले इनके खुद के बहुत मकान थे। अब बाहर से भी लोगों को लाकर बसाया जा रहा है। गाँव की बहन-बेटियाँ-महिलाएँ भी इन लोगों से पीड़ित हैं। विरोध करने वाला कोई नहीं है, अगर कोई आदमी विरोध करता है तो उसे अगले दिन अकेले ही काम पर जाना पड़ता है। सबको डर है कि कल सुबह हमला कर देंगे? या मार डालेंगे।”

बदल रही डेमोग्राफी

आगे जनसांख्यिकी पर बात करते हुए पीड़िता के भाई बोले- “पहले गाँव में कुछ मुस्लिम घर थे, अब हर साल आठ से दस घर बढ़ रहे हैं। स्थानीय मुस्लिम उन्हें यहाँ बसने में मदद कर रहे हैं। बाहरी लोगों द्वारा उत्पीड़न बहुत अधिक है। गाँव के मुसलमान उनका पूरा समर्थन करते हैं। गाँव के छोटे लड़के, लड़कियों, विधवा बहनों, सभी को डर है कि ये लोग कभी भी कुछ भी कर बैठेंगे।”

आगे वह कहते हैं कि उन्होंने जो भी एक-एक शब्द कहा है वो बिलकुल सत्य है। कोई इसे गलत कहता है तो वह साबित कर सकते हैं कि सच यही है। इस बीच, उन्होंने हमें बताया कि उन्हें भी डर है कि अगर उन्होंने विरोध किया तो उनके भाई की तरह उन पर भी हमला किया जाएगा। ऑपइंडिया से बात करते हुए उन्होंने पुलिस प्रशासन और सरकार से माँग की कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। भविष्य में उनके गाँव या परिवार के किसी भी सदस्य के साथ ऐसी घटना न हो, इसके लिए कदम उठाए जाने चाहिए।

पुलिस ने चारों आरोपितों को किया गिरफ्तार

सयाजीपुरा में हिंदू युवकों पर हुए जानलेवा हमले के मामले में उर्वेश पठान, सोहिल दीवान, इजाज पठान और मोइन पठान के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट की धारा और आईपीसी की धारा 307, 326 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी आरोपितों को वडोदरा की कपूराई पुलिस ने पकड़ लिया है। उनसे पूछताछ की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उधर, गाँव में भी माहौल न बिगड़े इसके लिए कड़ी व्यवस्था की गई है।

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Krunalsinh Rajput
Krunalsinh Rajput
Journalist, Poet, And Budding Writer, Who Always Looking Forward To The Spirit Of Nation First And The Glorious History Of The Country And a Bright Future.

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