फेसबुक पर दोस्ती के बाद पश्चिम बंगाल से अपहरण करके लाई गई हिन्दू नाबालिग लड़की को वहाँ की पुलिस ने आरोपित मोहम्मद जमाल की निशानदेही पर कैराना के बाहरी इलाके से बरामद कर लिया। जिसके बाद पुलिस आरोपित को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गई।
इस मामले की जानकारी देते हुए रिपोर्टर स्वाति शर्मा गोयल ने ट्वीट किया, “कैराना के मोहम्मद जमाल ने बंगाल की एक नाबालिग हिंदू लड़की को बहकाकर घर से भगाने में कामयाब हो गया। उसने फेसबुक के जरिए उससे दोस्ती की थी। वहीं NCPCR के प्रियंक कानूनगो और मिशन मुक्ति फाउंडेशन की मदद की मदद से लड़की को कैराना से बरामद कर लिया गया है।”
Mohammed Jamal from Kairana lured a minor Hindu girl from Bengal into eloping from her home. He had befriended her through Facebook. Now arrested in a raid after intervention of @KanoongoPriyank and Mission Mukti Foundation. The girl remained missing for 3 months before rescue pic.twitter.com/ficWcbRAX8
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) June 27, 2022
वहीं इस मामले में सुराग अपहृत किशोरी एवं आरोपित जमाल की फेसबुक पर पूर्व में हुई चेटिंग से लगा, जिसमें आरोपित जमाल की लोकेशन कैराना में मिली। इसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग NCPCR) से सहायता माँगी। आयोग अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कार्रवाई के लिए एसएसपी शामली को पत्र लिखा था। वहीं, पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ मिशन मुक्ति फाउंडेशन नई दिल्ली के डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह व एंटी ह्यूमैन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी आरती चंद्रा भी कैराना पहुँची थी। जहाँ स्थानीय पुलिस की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
क्या है मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के जिला बरुईपुर थाने में तैनात उपनिरीक्षक विजय राय शनिवार (25 जून, 2022) को टीम के साथ कोतवाली पहुँचे। उन्होंने स्थानीय पुलिस के सहयोग से मोहल्ला दरबार कलां में दबिश देकर आरोपित मोहम्मद जमाल को हिरासत में ले लिया।
उन्होंने मामले में आगे जानकारी देते हुए बताया कि बीती 14 मई, 2022 को पश्चिम बंगाल से एक हिन्दू किशोरी का अपहरण किया गया था। उससे फेसबुक पर दोस्ती के बाद बहकाकर घटना को अंजाम दिया गया था। मामले में किशोरी के परिजनों ने FIR दर्ज कराई थी।
वहीं बंगाल पुलिस ने आरोपित मोहम्मद जमाल के मोबाइल की लोकेशन के आधार पर उसे कैराना से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में आरोपित जमाल पहले पानीपत में पुलिस को अलग-अलग कॉलोनियों में घुमाता रहा। वहीं पुलिस ने देर रात कैराना के बाहरी इलाके से एक किराए के मकान से किशोरी को सकुशल बरामद कर लिया। वहीं बंगाल पुलिस के अनुसार किशोरी ने आरोपित जमाल पर नमाज पढ़ना सिखाने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया सोशल मीडिया पर कुछ युवक झूठी पहचान बताकर नाबालिग युवतियों को जाल में फँसाते हैं। ये खुद को अमीर दर्शाते हैं। पर हकीकत में इनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब होती है। ये अपराधी प्रवृत्ति के भी होते हैं। बाद में युवतियों जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं। इस मामले में भी जमाल पानीपत फैक्टरी में पायदान बनाता था। जबकि किशोरी अपने घर से करीब 37 हजार रुपए लेकर भागी थी।