दिल्ली के जहाँगीरपुरी (Jahangirpuri, Delhi) में नई दिल्ली नगर निगम (NDMC) द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के बीच इलाके के हिंदुओं ने वहाँ स्थित एक मंदिर के गेट को स्वेच्छा से हटा दिया है। दरअसल, गेट कानूनी रूप से मान्य सीमा के बाहर था। इसके बाद हिंदुओं ने खुद ही गेट को काटकर हटा दिया।
एनडीएमसी के अधिकारियों द्वारा जहाँगीरपुरी के सी ब्लॉक में अवैध अतिक्रमणों को हटाने के लिए बुलडोजर की कार्रवाई के एक दिन बाद हिंदू भक्तों ने ये कार्रवाई की। हिंदुओं ने मंदिर के फाटक को मुस्लिम बहुल इलाके में सुरक्षा को ध्यान रखते हुए लगाया था।
जहांगीरपुरी में श्रदधालुओं ने खुद मंदिर के अवैध हिस्से को हटाने का काम शुरू किया, अवैध अतिक्रमण और मस्जिद के आस-पास बुलडोजर चलने से मचा है बवाल pic.twitter.com/osakxYU6KH
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) April 20, 2022
बुधवार (20 अप्रैल 2022) को एनडीएमसी ने भारी संख्या में पुलिस फोर्स की मौजूदगी में जहाँगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू किया था। बुलडोजर से अवैध ढाँचों, दुकानों और अन्य अतिक्रमणों को ढहा दिया गया। हालाँकि, जल्द ही कुछ घंटों की कार्रवाई के दौरान ही सुप्रीम कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश देते हुए इस अभियान को रोक दिया।
मस्जिद के अवैध निर्माण को ढहाया
जहाँगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा के दौरान वहाँ की जिस मस्जिद से शोभा यात्रा पर पत्थर फेंके गए थे, उस मस्जिद के अवैध हिस्से को अतिक्रमण हटाने के दौरान ढहा दिया गया। मस्जिद के गेट को करीब 10 फीट तक निर्माण करा लिया गया था। मस्जिद के गेट के साथ-साथ अवैध तरीके से सड़क पर बनाई गई एक मजार को भी ध्वस्त कर दिया गया।
इलाके के कुछ हिस्सों में सड़क पर अतिक्रमण कर घरों का निर्माण कराया गया था। इससे 30 फीट की चौड़ी सड़क 10 फीट की संकरी गली बनकर रह गई थी, लेकिन जब बुलडोजर चला तो सभी को ध्वस्त कर दिया गया। इसके साथ ही सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किए कई दुकानों को भी तोड़ दिया गया।
जहाँगीरपुरी के मुस्लिम बहुल इस इलाके में 16 अप्रैल 2022 को हनुमान जयंती के मौके पर शोभा यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान मुस्लिम भीड़ ने शोभा यात्रा पर पत्थरों, बोतलों से हमला किया था। अब तक इस मामले में दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।