Thursday, September 12, 2024
Homeदेश-समाज'जिस लुटेरे ने मठ-मंदिर तोड़े, उसके नाम से नगर का नाम मंजूर नहीं', होशंगाबाद...

‘जिस लुटेरे ने मठ-मंदिर तोड़े, उसके नाम से नगर का नाम मंजूर नहीं’, होशंगाबाद हुआ नर्मदापुरम: CM शिवराज का ऐलान

कब तक लुटेरे हुशंगशाह के नाम से होशंगाबाद को पहचाना जाए? जिस लुटेरे ने हमारे मठ-मंदिर तोड़े, भगवान भोले के मंदिर भोजपुर का शिखर तोड़ा उसके नाम से नगर का नाम मंजूर नहीं?

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तर्ज पर शहर का नाम बदले जाने की राह पर अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी चल पड़े हैं। शिवराज सिंह चौहान ने सबसे पहले होशंगाबाद का नाम बदलकर ‘नर्मदापुरम’ किए जाने की घोषणा की है। माँ नर्मदा की जयंती के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज अपनी पत्नी संग शामिल हुए और मंच से उन्होंने होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम रखने की बात भी कह दी।

ये नेता कर चुके हैं माँग 

उन्होंने कहा कि जल्द ही केंद्र को होशंगाबाद का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। सीएम की इस घोषणा के बाद बीजेपी नेताओं में खुशी की लहर है। बता दें कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम किए जाने की माँग की थी। दोनों बीजेपी नेताओं ने कहा था कि कब तक लुटेरे हुशंगशाह के नाम से होशंगाबाद को पहचाना जाए? जिस लुटेरे ने हमारे मठ-मंदिर तोड़े, भगवान भोले के मंदिर भोजपुर का शिखर तोड़ा उसके नाम से नगर का नाम मंजूर नहीं? मोक्ष दायिनी पुण्य सलिला माँ नर्मदा जिनके दर्शन मात्र से पुण्य मिलता हो, जिनके आशीर्वाद से मध्य प्रदेश के खेत लहलहाते हों उनके नाम से नगर पहचाना जाना चाहिए। शिवराज सरकार ने पहले ही संभाग का नाम नर्मदापुरम संभाग रखा है। अब नगर का नाम भी नर्मदापुरम रखा जाए।

नए नाम का ऐलान करते हुए सीएम ने कहा कि होशंगाबाद के अस्पताल को सभी सुविधा युक्त अस्पताल बनाया जाएगा। साथ ही ऑडिटोरियम, दशहरा मैदान का उन्नयन किया जाएगा। नर्मदा के तट पर एक सभा को संबोधित करते हुए चौहान ने लोगों से पूछा कि क्या सरकार को होशंगाबाद का नाम बदलना चाहिए। इस पर लोगों ने उनको हाँ में जवाब दिया। 

चौहान ने इसके आगे लोगों से से पूछा, ‘‘नया नाम क्या होना चाहिए? इस पर लोगों ने उत्तर दिया– ‘‘नर्मदापुरम’’। इसके बाद चौहान ने कहा कि अब हम केन्द्र को होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम करने का प्रस्ताव भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नर्मदा नदी के किनारे सीमेंट कंक्रीट का जंगल बनाने की अनुमति नहीं देगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारे पर बसे शहरों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाए जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर खुशी जताते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार (फरवरी 20, 2021) सुबह को फटाखे फोड़े। शर्मा ने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक क्षण है। नर्मदा नदी मध्य प्रदेश की जीवन रेखा है। होशंगाबाद अब तक एक हमलावर होशांगशाह के नाम से जाना जाता था लेकिन अब मध्य प्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा के नाम से जाना जाएगा। ये खुशी की बात है। मैं जन भावनाओं का सम्मान करते हुए यह घोषणा करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूँ।’’

अब होशंगाबाद शहर का नाम बदलने पर कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने इसका स्वागत किया है। उन्होंने कहा, “मैं सीएम शिवराज को बधाई देता हूँ। उन्होंने होशंगाबाद का नाम बदलने की बात कही है। मैं भी समर्थन करता हूँ। चाहे हलाली डैम हो या कोई और… ऐसे स्थानों का नाम बदला जाना चाहिए, जो गुलामी के नाम के परिचायक हैं।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महंत अवैद्यनाथ: एक संत, एक योद्धा और एक समाज सुधारक, जिन्होंने राम मंदिर के लिए बिगुल फूँका और योगी आदित्यनाथ जैसे व्यक्तित्व को निखारा

सन 1919 में जन्मे महंत अवैद्यनाथ को पहले 'कृपाल सिंह बिष्ट' के नाम से जाना जाता था। उन्हें योगी आदित्यनाथ के रूप में अपना उत्तराधिकारी मिला।

हिंदुओं पर लाठीचार्ज के विरोध में शिमला बंद, इमाम ने माना मस्जिद ‘अवैध’: कहा- कोर्ट का आदेश हो तो तोड़ देंगे, बचाव में जुटी...

मस्जिद के अवैध निर्माण पर हिन्दुओं के बढ़ते दबाव को देखकर संजौली मस्जिद कमिटी ने खुद ही इसे गिराने का प्रस्ताव दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -