हैदराबाद गैंगरेप मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। शुरुआती सबूतों से पता चला है कि 28 मई को जुबली हिल्स में 17 वर्षीय लड़की का सामूहिक बलात्कार पूर्व नियोजित था। इसे अंजाम देने के लिए पूरी तैयारी की गई थी।
एक पुलिस अधिकारी ने रविवार (12 जून 2022) को टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, “चार नाबालिगों और एक बालिग सहित पाँच आरोपितों ने पूर्व नियोजित तरीके से अपराध को अंजाम दिया। उनके पास कंडोम भी था और अपराध करते समय उन्होंने प्रोटेक्शन का भी इस्तेमाल किया था।” अब पुलिस अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आरोपितोंको कंडोम कहाँ से मिला।
बता दें कि आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस दौरान यह भी जानने की तफ्तीश की जा रही है कि आरोपितों ने पब में जाने से पहले कंडोम खरीदा था या फिर पब से निकल कर बेकरी और फिर रोड नंबर 44 पर वारदात को अंजाम देने के लिए जाने के दौरान खरीदा था। पुलिस ने सभी आरोपियों के कॉल डेटा रिकॉर्ड (CDR) को भी खँगाला है और सोमवार (13 जून, 2022) को उनसे आगे की पूछताछ में इसके बारे में सवाल-जवाब किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि इससे पता चलेगा कि अपराध को अंजाम देने के दौरान कौन-कौन से आरोपित पीड़िता के साथ संपर्क में था।
इस बीच, रविवार को नाबालिग समेत सभी छह आरोपितों को क्राइम का सीन रीक्रिएट करने के लिए जुबली हिल्स रोड नंबर 44 पर ले जाया गया, ताकि घटनाओं के सीक्वेंस को एक साथ जोड़कर समझा जा सके कि अपराध को किस तरह से अंजाम दिया गया और फिर इसके बाद वो लोग कहाँ फरार हो गए थे। हालाँकि, पुलिस सूत्रों ने कहा कि आरोपितों द्वारा दिए गए बयानों में कुछ असमानताएँ थीं। एक सूत्र ने कहा, “कॉल रिकॉर्ड के आधार पर हमें उनसे दोबारा पूछताछ करने की जरूरत है।”
रविवार को पूछताछ के दौरान आरोपित ने पीड़िता को मिलनसार बताया और कबूल किया कि उन्होंने उसके ‘दोस्ताना रवैये’ का फायदा उठाकर उसका यौन शोषण किया। अधिकारी ने कहा, “यह मायने नहीं रख सकता कि किसने पहले उसका बलात्कार किया और किसके उकसावे पर किया, सच्चाई यही है कि सभी लड़के अपराध में शामिल थे।” पुलिस उस्मानिया जनरल अस्पताल (OGH) के डॉक्टरों से पाँचों मुख्य आरोपितों की शक्ति परीक्षण रिपोर्ट (Potency Test) का इंतजार कर रही है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों यह बात भी सामने आई थी कि नाबालिग से गैंगरेप को अंजाम देने के लिए सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल हुआ था। आरोपितों की निशानदेही पर वह इनोवा जब्त कर ली गई। पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद ने बताया था कि यह गाड़ी एक वरिष्ठ नेता को अलॉट की गई थी। इस मामले में कुल 6 गिरफ्तारी हुई है। इनमें से 5 नाबालिग हैं। एकमात्र बालिग आरोपित की पहचान सदुद्दीन मलिक बताई गई।