कर्नाटक के आईएमए ग्रुप पोंजी घोटाले में एसआईटी ने सोमवार (जुलाई 8, 2019) को बंगलुरू अर्बन जिले के डिप्टी कमिश्नर बीएम विजय शंकर को 1.5 करोड़ रुपए की घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार विजय शंकर ने यह घूस आईएमए संस्थापक मंसूर खान से ली है। ये वही मंसूर खान है जिसने बेहतर ब्याज का लालच देकर 40000 निवेशकों (अधिकतर मुस्लिम) से अरबों रुपए ऐंठ लिए और बाद में विदेश भाग गया।
एसआईटी के प्रेस नोट के मुताबिक आईएस अधिकारी बीएम विजय ने आरबीआई द्वारा राज्य को दिए कंपनी की जाँच के आदेश के बाद, रिश्वत लेकर कंपनी के पक्ष में रिपोर्ट दी थी। इसी आधार पर गिरफ्तारी की गई है। इस मामले में एसआईटी अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
कर्नाटक के आईएमए ग्रुप पोंजी घोटाले में एसआईटी ने सोमवार को बंगलूरू अर्बन डिस्ट्रिक के डिप्टी कमिश्नर बीएम विजय शंकर को गिरफ्तार किया है। #KarnatakaPolitics #Imascam #ponziscam @hd_kumaraswamy #Karnatakatremorshttps://t.co/12hRRdBlr2
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) July 9, 2019
बीएम विजय शंकर से पहले एजेंसी ने बंगलुरू नॉर्थ सब डिविजन के सहायक कमिश्नर एलजी नागराज और एक ग्रामीण अकॉउंटेंट मंजूनाथ को गिरफ्तार किया था। इन लोगों पर मंसूर खान से 4.5 करोड़ रुपए लेकर क्लीनचिट देने का आरोप है। इनके अलावा एक पार्षद और बंगलुरू विकास प्राधिकरण के एक अधिकारी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
Formalities started from all the departments , few arrests will be made and publicised to calm people.
— Abhishek Agnihotri (@agnihotry) July 9, 2019
Few months later these guys will be out in bail and enjoy that bribe amount overseas.there will be a 2×2 news in page 7 which nobody will notice. #MarkMyWords #imascam pic.twitter.com/e2D68SwUGv
गौरतलब है इस बार हज यात्रियों से आईएमए ग्रुप के संस्थापक मंसूर खान के लौटने की दुआ करने को कहने वाले राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान से भी ईडी ने पूछताछ की है, क्योंकि उन्होंने भी मंसूर को अपनी एक संपत्ति बेची थी। इसके अलावा ईडी के एक अधिकारी ने भी जमीर अहमद को नोटिस जारी करके उनके सामने पेश होने के लिए एक हफ्ते का वक्त दिया है।