छत्तीसगढ़ में आज (7 नवम्बर 2023) विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान हो रहा है। मतदान शुरू होने से 24 घंटे के भीतर राज्य में नक्सलियों ने 3 IED धमाके किए हैं। इन धमाकों में सुरक्षा बलों के 3 जवान और 2 मतदानकर्मी घायल हुए हैं।
वामपंथी नक्सलियों ने आज मतदान के दिन सुकमा में एक धमाका किया है। सुकमा के टोंडामरका इलाके में यह धमाका किया गया। यह धमाका IED के जरिए किया गया। इस धमाके में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस फ़ोर्स (CRPF) की कोबरा बटालियन के एक जवान घायल हुए हैं। यह जवान भी चुनावी ड्यूटी में लगे हुए थे।
Chhattisgarh | One jawan of CRPF CoBRA Battalion injured in an IED blast triggered by naxals in Tondamarka area of Sukma. The jawan was deployed for election duty: Sukma SP Kiran Chavan
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) November 7, 2023
मतदान से एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के नक्सल आतंकवाद प्रभावित जिलों कांकेर और नारायणपुर में धमाके किए गए थे। कांकेर में हुए धमाके में सीमा सुरक्षा बल के एक जवान और 2 मतदानकर्मी घायल हो गए हैं।
वहीं नारायणपुर में हुए धमाके में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का एक जवान घायल हो गया। बताया गया कि यह जवान एक IED बम को डिफ्यूज करने के दौरान हुए धमाके के कारण घायल हुए। यह घटना नारायणपुर जिले के मूढापाधार क्षेत्र में हुई।
Chhattisgarh | A BSF constable and 2 polling team members were injured in an IED blast that took place in Kanker today. A joint party of BSF and District Force was going from Camp Marbeda to Rengaghati Rengagondi polling station with 04 polling teams from Chhotebetiya police…
— ANI (@ANI) November 6, 2023
गौरतलब है कि नक्सली अपने प्रभाव वाले इलाकों में लगातार लोगों को इस बात के लिए धमका रहे हैं कि वह मतदान ना करें। ऐसा करने पर वह गाँव वालों को मारने की धमकी दे रहे हैं। नक्सलियों ने वर्ष 2023 में छत्तीसगढ़ के अंदर 7 भाजपा नेताओं की हत्या की है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन हत्याओं को छिटपुट घटनाएँ बताया है।
छत्तीसगढ़ में आज पहले चरण का मतदान हो रहा है। पहले चरण में छत्तीसगढ़ में दुर्ग और बस्तर क्षेत्र की 20 विधानसभा सीटों पर मतदान करवाया जा रहा है। इनमें से अधिकाँश इलाके नक्सल प्रभावित हैं। इस बार इस क्षेत्र के 127 गाँवों में पहली बार मतदान करवाया जा रहा है। इससे पहले नक्सलियों के खतरे के कारण यहाँ मतदान केन्द्र स्थापित नहीं करवाए जाते थे।