Sunday, September 1, 2024
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जिस अवैध दरगाह से चले थे पत्थर, घायल हुए थे पुलिस वाले… बुलडोजर से अब वो जगह समतल: रातों-रात ध्वस्त किए गए दरगाह का मलबा भी साफ

अवैध घोषित दरगाह पर बुलडोजर चला दिया गया। रातों-रात मालवाहक वाहनो में भर कर इस दरगाह का मलबा भी हटवा दिया गया। अवैध दरगाह को ध्वस्त करने का प्रयास जून 2023 में भी किया गया था। लेकिन तब कट्टरपंथी इस्लामी भीड़ ने दंगा कर दिया था।

गुजरात के जूनागढ़ में नगर निगम ने एक बड़ी कार्रवाई की है। यहाँ मजेवाड़ी गेट के पास विवादित अवैध दरगाह को ध्वस्त कर दिया गया है। ध्वस्तीकरण के बाद मलबे को भी रातों-रात हटवा दिया गया। यह कार्रवाई 9-10 मार्च 2024 की रात को की गई है। मौके पर पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। यह वही दरगाह है, जहाँ पिछले साल एक मुस्लिम भीड़ ने पत्थरबाजी की थी। तब के बवाल को काबू करते हुए पुलिस के कई जवान घायल हो गए थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह दरगाह जूनागढ़ शहर के बीच में मजेवाडी गेट के पास बनी थी। 9-10 मार्च की रात को यहाँ बड़ी तादाद में प्रशासनिक अमला पहुँचा। प्रशासन के इस जत्थे में पुलिस के जवान और नगर निगम के कर्मचारी थे। कुछ ही देर में बुलडोजर बुलवाया गया और उसे अवैध घोषित दरगाह पर चला दिया गया।

रातों-रात मालवाहक वाहनो में भर कर इस दरगाह का मलबा भी हटवा दिया गया। इस दौरान तालाब दरवाजा स्थित जलाराम मंदिर और रेलवे स्टेशन रोड स्थित रामदेवपीर मंदिर पर भी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की गई। हालाँकि हिन्दू समाज ने प्रशासन का पूरा सहयोग किया।

इस से पहले मजेवाड़ी गेट के पास बनी अवैध दरगाह को ध्वस्त करने का प्रयास जून 2023 में किया गया था। तब इस कार्रवाई से पहले नोटिस जारी की गई थी। नोटिस मिलते ही मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ बड़ी तादाद में घरों से निकल कर सड़क पर आ गई थी। ‘अल्लाह हु अकबर’ का नारा लगाती इस भीड़ ने पुलिसकर्मियों की हत्या का प्रयास किया था। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जिसमें महिला स्टाफ भी शामिल थीं। पुलिस वालों को घायल करने के बाद सैकड़ों की यह भीड़ शहर की तरफ बढ़ गई थी।

कट्टरपंथी इस्लामी भीड़ ने तब एक एसटी बस को भी निशाना बनाते हुए भीषण पत्थरबाजी की थी। कई वाहनों में तोड़फोड़ के बाद आग भी लगा दी गई थी। इसी हंगामे के चलते एक बेगुनाह हिन्दू की मौत भी हो गई थी।

इस उपद्रव में बुर्का पहने कई महिलाओं के साथ नाबालिग बच्चों के भी शामिल होने की आशंका जताई गई थी। अतिरिक्त पुलिस बल बुला कर इस हिंसक भीड़ को काबू किया गया था। तब पुलिस ने FIR दर्ज करके कई उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया था। आखिरकार अब इस दरगाह को ध्वस्त कर ही दिया गया।

बताते चलें कि अतिक्रमण के खिलाफ गुजरात सरकार इन दिनों कड़े कदम उठा रही है। कई जगहों से अवैध कब्जेदारी को हटाया जा रहा है। 2 दिन पहले ही कच्छ के खावड़ा इलाके में तीन अवैध मदरसों को बुलडोजर चला कर ध्वस्त किया गया था। इसके अलावा शुक्रवार (8 मार्च) को जामनगर में कुख्यात अपराधी रजाक साइचा और उसके भाई के 2 अवैध बंगलों पर प्रशासन का बुलडोजर चला था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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