Sunday, November 17, 2024
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जामिया में प्रदर्शनकारी छात्रों की गुंडागर्दी, ABP की महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी

प्रतिमा मिश्रा ने दावा किया कि वो सुबह 6 बजे से ही छात्रों के 'शांतिपूर्ण प्रदर्शन' को कवर कर रही थीं और उनकी आवाज़ को लोगों तक पहुँचा रही थीं, लेकिन छात्रों ने अंत में उन्हें ही घेर कर नारेबाजी शुरू कर दी।

जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के छात्रों का प्रदर्शन अब भी आक्रामकता के दौर से गुजर रहा है। रविवार (दिसंबर 15, 2019) को छात्रों का ये प्रदर्शन अचानक से हिंसक हो उठा, जब जामिया नगर से 4 बसों को जलाए जाने की ख़बर आई। कई मेट्रो स्टेशनों को बंद करना पड़ा, कई इलाक़ों में लम्बा ट्रैफिक जाम लगा और लोगों को ख़ासी परेशानी का सामना करना पड़ा। अब छात्रों ने पत्रकारों को भी अपने चपेट में ले लिया है। यहाँ तक कि महिला रिपोर्टरों को भी नहीं बख्शा गया।

ताज़ा मामला एबीपी न्यूज़ की महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी का है। एबीपी न्यूज़ की पत्रकार लगातार छात्रों से पूछती रहीं कि क्या यही उनका शांतिपूर्ण प्रदर्शन है, लेकिन छात्रों ने महिला रिपोर्टर को घेर कर उनके साथ बदतमीजी की और नारेबाजी शुरू कर दी। वो बार-बार पूछती रहीं कि आप एक महिला के साथ गुंडागर्दी क्यों कर रहे हैं लेकिन जामिया के प्रदर्शनकारी छात्र लगातार बदसलूकी करते रहे। एबीपी न्यूज़ की पत्रकार प्रतिमा मिश्रा के साथ छात्रों ने दुर्व्यवहार किया।

प्रतिमा मिश्रा ने दावा किया कि वो सुबह 6 बजे से ही छात्रों के ‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन’ को कवर कर रही थीं और उनकी आवाज़ को लोगों तक पहुँचा रही थीं, लेकिन छात्रों ने अंत में उन्हें ही घेर कर नारेबाजी शुरू कर दी। छात्रों ने कैमरामैन के साथ भी धक्का-मुक्की की और कहा कि एबीपी न्यूज़ बिका हुआ है, वो कुछ भी सही नहीं दिखा रहा। जबकि एबीपी ने दावा किया है कि वो जामिया के प्रदर्शनकारी छात्रों की आवाज़ को कोने-कोने तक पहुँचा रहा था।

एबीपी की एंकर ने प्रतिमा को अपना ख्याल रखने की सलाह दी और साथ ही आशंका जताई कि ये भीड़ फिर से उग्र हो सकती है और हिंसा पर उत्तर सकती है। छात्रों की इस हरकत को देख कर एबीपी की एक अन्य पत्रकार पिंकी राजपुरोहित ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को सही ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्र विरोध प्रदर्शन के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे हैं। इससे पहले जामिया के छात्रों ने ज़ी न्यूज़ की पत्रकार के साथ बदतमीजी की थी और ‘गोदी मीडिया, गो बैक’ के नारे लगाए थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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