22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ के मद्देनजर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारतीय रेलवे ने 2400 पैसेंजर और 1300 मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी हैं। शनिवार (21 मार्च, 2020) मध्यरात्रि (12 बजे) से रविवार (22 मार्च, 2020) रात 10 बजे के बीच किसी भी स्टेशन से कोई यात्री ट्रेन सफर शुरू नहीं करेगी। मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें भी रविवार तड़के थम जाएँगी। सभी उपनगरीय ट्रेन सेवाएँ भी बहुत कम कर दी जाएँगी। यानी 21 मार्च की मध्यरात्रि से लेकर 22 मार्च की रात 10 बजे तक लगभग 3700 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
भारतीय रेलवे ने कहा है कि जनता कर्फ्यू के कारण देश में शनिवार की मध्यरात्रि से रविवार रात 10 बजे के बीच कोई पैसेंजर ट्रेन रवाना नहीं होगी। हालाँकि जो ट्रेन सुबह 7 बजे तक खुल चुकी होंगी, उनके परिचालन पर असर नहीं पड़ेगा और वह अपने डेस्टिनेशन तक बिना रुकावट पहुँचेंगी। इसके साथ ही कहा गया है कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और सिंकदराबाद में इन ट्रेन सेवाओं को न्यूनतम लेवल पर रखा जाएगा, जिसमें यह सिर्फ जरूरी सफर के लिए होंगे। जोनल रेलवे को जरूरत के आकलन पर संख्या को तय करने के लिए कहा गया है।
आदेश में कहा गया है कि जिन लोगों ने इन ट्रेनों में टिकट बुक कराए थे, उन्हें व्यक्तिगत रूप से इसकी जानकारी दी जा रही है। इन ट्रेनों में टिकट रद्द होने का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यात्रियों को पूरा पैसा वापस मिलेगा। रेलवे ने कहा कि सामाजिक दूरी सुनिश्चित करना जरूरी है।
इसके साथ ही IRCTC ने घोषणा की है कि मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में कैटरिंग की सुविधा 22 मार्च से अगले आदेश तक बंद रहेगी। एहतियात के तौर पर फूड प्लाजा, रिफ्रेशमेंट रूम, जन आहार और सेल किचन भी बंद रहेंगी।
इसके साथ ही दो देसी विमानन कंपनियां, इंडिगो और गोएयर भी जनता कर्फ्यू के समर्थन में उतर गई हैं। एक ओर गोएयर ने रविवार को अपनी सारी घरेलू उड़ानें रद्द करने का फैसला किया है, तो दूसरी ओर इडिगो ने महज 40% उड़ानें संचालित करने की ही बात कही है। बताया जा रहा है कि दोनों कंपनियों के फैसले से रविवार को करीब 1 हजार उड़ानें रद्द हो जाएँगी। बता दें कि इससे पहले दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील के बाद दिल्ली मेट्रो ने आगामी 22 मार्च को मेट्रो परिचालन बंद करने का फैसला लिया। दिल्ली मेट्रो ने कहा था कि सामाजिक दूरी को बनाए रखने और लोगों को घरों में रहने के लिए प्रोत्साहित करते हुए दिल्ली मेट्रो को 22 मार्च को बंद रखने का फैसला किया गया है। दिल्ली मेट्रो ने इसे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का एक कदम बताया था।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस संकट को लेकर 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक ‘जनता कर्फ्यू’ का आह्वान किया है और कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। उन्होंने गुरुवार (19 मार्च, 2020) को करीब 30 मिनट के राष्ट्रीय संबोधन में सभी भारतीयों से अपील की कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए यथासंभव घरों के अंदर ही रहें और कहा कि दुनिया में कभी इतना गंभीर खतरा पैदा नहीं हुआ।