झारखंड के लोहरदगा में अख्तर अंसारी के साथ 5 साल से लिव-इन-पार्टनरशिप में रह रही बालमुनी लोहरा को अपनी जान गँवानी पड़ी, क्योंकि अख्तर अंसारी ने ही उसे मौत के घाट उतार दिया। इसका खुलासा तब हुआ, जब अख्तर अंसारी अकेले ही बाल मुनि लोहरा के शव को कब्रिस्तान में दफना रहा था, तभी स्थानीय लोगों की नजर उस पर पड़ गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मामला लोहरदगा के किस्को थाना इलाके में आने वाले नवाडीह गाँव का है। जहाँ अनुसूचित जनजातीय समुदाय की बाल मुनि लोहरा (26 वर्ष) पिछले 5 साल से अपने लिव-इन पार्टनर अख्तर अंसारी के साथ रह रही थी। दोनों के बीच एक डेढ़ साल का बच्चा भी है। बताया जा रहा है कि बाल मनु पाँच साल पहले अपने घर से भाग आई थी और अख्तर अंसारी के साथ रह रही थी। बताया जा रहा है कि दोनों ने कथित तौर पर निकाह भी किया था, लेकिन इस बाल मुनि के इस्लामिक नाम का कुछ पता नहीं चल पाया।
इस बीच, सोमवार को अख्तर अंसारी ने बाल मुनि लोहरा की गला दबाकर हत्या कर दी और चुपचाप उसके शव को कब्रिस्तान में ठिकाने लगाने के लिए पहुँच गया। अख्तर के साथ उसका भाई सैमुल्लाह भी था। स्थानीय लोगों ने दोनों को कब्रिस्तान में शव को ठिकाने लगाते देख लिया और पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुँची पुलिस ने देखा कि बाल मुनि के शरीर पर चोट के निशान हैं और गले पर भी, जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया और अख्तर अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला है कि अख्तर अंसारी ने बाल मुनि की हत्या सोमवार (06 मई 2024) को ही कर दी थी।
ऑर्गनाइजर के मुताबिक, ये वारदात मंगलवार (7 मई 2024) को सामने आई, जब अख्तर अंसारी को लोगों ने कब्रिस्तान में बाल मुनि लोहरा के शव को ठिकाने लगाते रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद लोगों ने बाल मुनि के माता-पिता और परिवार को सूचित किया। इसके बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने अख्तर अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में किस्को थाना कांड संख्या 13/24,धारा 302, 201, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है।