Tuesday, November 5, 2024
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पहला डंडा चलाने वाले मोबाइल दुकानदार महबूब खान की तलाश, पीड़ित हिन्दू बोले – उस तरफ से कॉन्ग्रेस की पैरवी, हमारी तरफ से कोई नहीं: झारखंड पुलिस पर टॉर्चर के आरोप

पांकी की ही भाजपा नेत्री मंजूलता ने बताया कि प्रशासन के डर से कई हिन्दुओं के घरों में सिर्फ महिलाएँ बची हैं, जिन्हें परेशान किया जा रहा है। मंजूलता ने पुलिस पर पकड़े गए हिन्दू युवकों के टॉर्चर का भी आरोप लगाया।

झारखंड के पलामू में इसी माह 14 फरवरी को हुई हिंसा में पुलिस को महबूब खान नाम के आरोपित की तलाश है। बताया जा रहा है कि हमले की शुरुआत में तोरण लगा रहे हिन्दुओं पर हमले की शुरुआत उसी ने की थी। वहीं पलामू में जिस महाशिवरात्रि को हिन्दू समुदाय धूमधाम से मनाना चाहता था, वो अब बंदूकों के साये में धारा-144 के अंतर्गत चल रही है। हालात तनावपूर्ण, लेकिन सूनसान और प्रशासन के नियंत्रण में हैं। अब तक 13 गिरफ्तारियों की आधिकारिक पुष्टि हुई है।

एक दिन पहले ऑपइंडिया से बात करते हुए घटना के चश्मदीद होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने पहला हमला तोरण द्वार का विरोध कर रहे मुस्लिमों की तरफ से होने की जानकारी दी थी। तब नाम न उजागर करने की शर्त पर उन्होंने कहा था कि तोरण द्वारा का विरोध करने वाले मोबाइल दुकानदार कलीम अपने साथी महबूब के साथ 50-60 लोगों को बुला कर अचानक ही हमला कर दिया था, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच पथराव हुआ था। अब पुलिस उसी महबूब खान की तलाश में है।

‘उनकी तरफ से कॉन्ग्रेस की पैरवी, हमारी तरफ से कोई नहीं’

ऑपइंडिया ने घटनास्थल पांकी बाजार के एक युवक से बात की। युवक ने प्रशासन के डर से अपना नाम न छापने की शर्त पर हमें बताया कि कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व MLA देवेंद्र सिंह उर्फ़ बिट्टू खुल कर मुस्लिम पक्ष की मदद कर रहे जबकि हिन्दुओं का पक्ष रखने वाला कोई भी नहीं है। हमें बताया गया कि शुरू में जिला प्रशासन ने दोनों पक्षों पर बराबर एक्शन लिया था, लेकिन कॉन्ग्रेस के पूर्व विधायक बिट्टू सिंह ने खुद थाने जा कर हिन्दू लड़कों के खिलाफ पैरवी की जिसके बाद पांकी बाजार से 5 किलोमीटर रेंज में हिन्दू लड़कों को घर से उठाया जा रहा।

मंसूबों में सफल रहे वो

महाशिवरात्रि ठीक से न मना पाने से खुद को बेहद दुःखी बताते हुए पांकी बाजार के स्थानीय युवक ने बताया कि हमलावर अपने मंसूबों में सफल रहे। हमें बताया गया कि जहाँ हिन्दू समाज लम्बे समय से धूमधाम से महाशिवरात्रि का इंतज़ार कर रहा था वहाँ अब कई लोग प्रशासन के डर से घर छोड़ कर भागे हुए हैं। स्थानीय युवक के मुताबिक, हमलावरों का मकसद हिन्दू त्यौहार में विघ्न डालना था और ऐसा उन्होंने कर भी लिया।

बर्बाद किया जा रहा नौजवानों का कैरियर

ऑपइंडिया से बात करते हुए पांकी के युवक ने बताया कि जिन युवकों को हिरासत में लिया जा रहा है उनकी उम्र 25 से 30 के बीच है। हमें बताया गया कि ये युवक पांकी बाजार से 5 किलोमीटर रेंज में रहते हैं जिनका आगे का करियर बर्बाद किया जा रहा है। इसमें से कई ऐसे युवक भी बताए गए जो खुद के घटनास्थल पर न होने का दावा भी कर रहे। युवक ने खुद को भी फँसाए जाने की आशंका जताते हुए कहा कि मुस्लिम आरोपित बिना किसी हिचक के जेल जा रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि बाहर उनकी पैरवी हो रही है।

पांकी की ही भाजपा नेत्री मंजूलता ने बताया कि प्रशासन के डर से कई हिन्दुओं के घरों में सिर्फ महिलाएँ बची हैं, जिन्हें परेशान किया जा रहा है। मंजूलता ने पुलिस पर पकड़े गए हिन्दू युवकों के टॉर्चर का भी आरोप लगाया।

अब तक 13 गिरफ्तारियों की ही पुष्टि

तमाम आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच पलामू के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार ने अब तक 13 गिरफ्तारियों की ही पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि धारा-144 के नियमों का पालन करते हुए लोगों को दर्शन की इजाजत दी जा रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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