सीएए और एनआरसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जान से मारने की धमकी दी गई थी। जिसके आरोप में अनवर और नियाज को बीते मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक अनवर ने मैसेज के माध्यम से पीएम मोदी और अमित शाह को मारने की धमकी देते हुए कहा था कि सीएए और एनआरसी से मुस्लिम लोग प्रभावित हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुत़ाबिक एक आरोपित की पहचान अनवर के रूप में हुई है जो कि दक्षिणी कर्नाटक के पेरुवई का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि आरोपित अनवर ने क़तर में काम किया है। जिसने सीएए और एनआरसी के ख़िलाफ लोगों को भड़काने वाले संदेश ऑनलाईन माध्यमों से भेजे थे।
इतना ही नहीं अनवर ने व्हाट्सएप ग्रुपों में जाकर लोगों को सांप्रदायिक दंगों में ढकेलने के लिए ऑडियो मैसेज भी वायरल किए थे। वहीं दूसरे आरोपित की पहचान नियाज़ के रूप में हुई है। जो कि पुरवई क्षेत्र का ही निवासी है।
दस दिन पहले दोनों आरोपितों ने कथित तौर पर इस तरह के भड़काऊ संदेश भेजे थे और यहाँ तक कि इन्होंने वामनजूर स्थित एक आरएसएस कार्यकर्ताओं से भी संपर्क किया था। साथ ही विदेश में काम करने वाले वामनजूर के युवाओं ने व्हाट्सएप पर संदेश भेजकर सीएए और एनआरसी का विरोध करने के लिए कहा था।
इस संबंध में यतीश नाम के व्यक्ति ने विट्टल थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया था कि सीएए और एनआरसी से मुस्लिमों के प्रभावित होने पर अनवर ने तथाकथित मोदी और अमित शाह को जान से मारने की धमकी दी थी। इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली थी कि 6 जनवरी को अनवर अपने गृहनगर क्षेत्र में आया हुआ था जिसे पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया। वहीं नियाज के खिलाफ भी इस संबंध में पहले ही में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।