भाजयुमो (BJYM) नेता प्रवीण नेट्टारू की निर्मम हत्या के बाद ‘जनोत्सव’ कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार (27 जुलाई 2022) देर रात इसकी घोषणा की। उनकी सरकार के एक साल पूरे होने पर यह कार्यक्रम होना था। साथ ही मुख्यमंत्री ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कमांडो टास्क फोर्स का गठन करने की बात भी कही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा, “अपनी सरकार के एक साल पूरे होने पर हम 28 जुलाई को ‘जनोत्सव’ नाम से डोड्डाबल्लापुरा में कार्यक्रम आयोजित करने वाले थे। लेकिन अब हमने इसे रद्द कर दिया है।” मुख्यमंत्री ने प्रवीण की हत्या को अमानवीय बताते हुए कहा, “घटना की जानकारी मिलने के बाद मैंने तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए थे। मेरा मन शांत नहीं था। बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या के कुछ समय बाद ही यह घटना हुई है। किसी भी आरोपित को छोड़ा नहीं जाएगा।”
आरोपियों को नहीं बख्शेंगे। कमांडो की एक टास्क फोर्स को इंटेलिजेंस विंग के साथ प्रशिक्षित किया जाएगा, वे विशेष रूप से ऐसे अपराधियों से निपटेंगे। दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा… इसमें अंतर-राज्यीय मुद्दे शामिल हैं इसलिए मैं अभी ज्यादा कुछ नहीं कर सकता: कर्नाटक CM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2022
उन्होंने कहा, “यह हत्या केरल सीमा पर हुई है। उनके सम्पर्क में कर्नाटक पुलिस है।” हत्या की जाँच NIA को सौंपे जाने के सवाल पर CM बोम्मई ने कहा, “पुलिस जरूरी सूचनाएँ जुटा रही है। NIA को केस सौंपने के लिए कुछ औपचारिकताएँ होती हैं, जिसे हम बाद में तय करेंगे।”
गौरतलब है कि प्रवीण नेट्टारू पर 26 जुलाई 2022 की रात दक्षिण कन्नड़ जिले की बेल्लारे में कुल्हाड़ी से हमला हुआ था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। हत्या के पीछे PFI और SDPI का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। अब तक 8 लोगों को हिरासत में लिए जाने की सूचना है। ऐसा बताया जा रहा है कि उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में प्रवीण ने फेसबुक पर किया पोस्ट था, जिसके कारण उन्हें निशाना बनाया गया। हालाँकि हत्या की वजह आधिकारिक तौर पर अभी सामने नहीं आई है।
In the words of the late Praveen Nettar avaru. Drop the charade. #HindusUnderAttack #HinduHumanRights pic.twitter.com/4svLobKLIe
— Rashmi Samant (@RashmiDVS) July 27, 2022
बता दें कि इस घटना के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बुधवार 27 जुलाई को कुछ हिस्सों में बंद का आह्वान किया था लेकिन पुत्तूर प्रशासन ने उन इलाकों में 28 जुलाई की मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं जब नेत्तारू का शव उनके गाँव लाया गया, तो इलाके में तनाव बढ़ गया है। इस बीच बेल्लारी में प्रदर्शन कर रहे बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया और उन्हें खदेड़ दिया।