Sunday, November 3, 2024
Homeदेश-समाजकेरल: अब भाजपा कार्यकर्ता की चाकुओं से गोदकर हत्या, इससे पहले घर में घुस...

केरल: अब भाजपा कार्यकर्ता की चाकुओं से गोदकर हत्या, इससे पहले घर में घुस रंजीत श्रीनिवास को मार डाला था

अलप्पुझा जिले में ही बीते 19 दिसंबर BJP ओबीसी मोर्चा की प्रदेश इकाई के सचिव रंजीत श्रीनिवासन की घर में घुसकर हत्या की गई थी।

केरल से एक और बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या की खबर सामने आई। मृतक की पहचान सरथ चंद्रन के तौर पर हुई है। अलप्पुझा जिले के हरिपद इलाके 16-17 फरवरी की दरम्यानी रात लगभग 12.30 बजे चाकुओं से उन्हें गोद दिया गया। सरथ कुमारपुरम के करीब स्थित वरयंकोडे के रहने वाले थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरथ पर हमला एक मंदिर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बहस के बाद हुआ। पुलिस ने हमलवारों के मुखिया का नाम नंदू प्रकाश बताया है। पुलिस के अनुसार उन्हें पहले से ही माफियाओं द्वारा जिले में गड़बड़ी की की शिकायतें मिली थीं। घटना के पीछे ड्रग्स माफिया का हाथ होना बताया जा रहा है। भाजपा ने भी इसकी आशंका जताई है। कुछ ही दिन पहले इसी जिले में ड्रग्स माफियाओं ने ही 2 अन्य युवाओं की हत्या कर दी थी।

अलप्पुझा जिले में ही बीते 19 दिसंबर BJP ओबीसी मोर्चा की प्रदेश इकाई के सचिव रंजीत श्रीनिवासन की घर में घुसकर हत्या की गई थी। इस मामले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के 5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। पेशे से वकील रंजीत श्रीनिवास की उम्र 40 साल थी। उन्होंने 2016 का केरल विधानसभा चुनाव भी लड़ा था।

रंजीत के भाई अभिजीत ने बताया था कि उनके भाई के सिर पर हथौड़े से वार किया गया। बीवी, माँ और छोटी बेटी के सामने उनका चेहरा बिगाड़ दिया गया। छोटी बेटी जब भागकर बचाने आगे आई तो हमलावरों ने उसके सामने तलवार निकाल लिया था। माँ को जमीन में गिराकर उन्हें कुर्सी से दबा दिया। उन्होंने बताया था कि गुंडों ने उनके भाई व भाजपा नेता रंजीत के पहले पैर काटे किए ताकि वो भाग न सकें। इसके बाद उनकी बाइक तोड़ी गई।

उससे पहले नवम्बर 2021 में 26 साल के युवा RSS कार्यकर्ता संजीत की हत्या उनकी पत्नी के आगे ही कर दी गई थी। घटनास्थल पलक्कड़ का इल्लापुल्ली था। हमलावर दिनदहाड़े कार से आए थे। घटना के समय लोगों की भीड़ भी मौजूद थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘कार्यकर्ताओं के कहने पर गई मंदिर, पूजा-पाठ नहीं की’ : फतवा जारी होते ही सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने की तौबा, पार्टी वाले वीडियो...

नसीम सोलंकी अपने समर्थकों सहित चुनाव प्रचार कर रहीं थीं तभी वो एक मंदिर में रुकीं और जलाभिषेक किया। इसके बाद पूरा बवाल उठा।

कर्नाटक में ASI की संपत्ति के भी पीछे पड़ा वक्फ बोर्ड, 53 ऐतिहासिक स्मारकों पर दावा: RTI से खुलासा, पहले किसानों की 1500 एकड़...

कॉन्ग्रेस-शासित कर्नाटक में वक्फ बोर्ड ने राज्य के 53 ऐतिहासिक स्मारकों पर अपना दावा किया है, जिनमें से 43 स्मारक पहले ही उनके कब्जे में आ चुके हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -