कुशीनगर में 20 साल की एक लड़की का शुक्रवार (15 दिसंबर 2023) की सुबह 4 बजे के आस पास अपहरण कर लिया गया। उस समय युवती अपनी माँ के साथ शौच के लिए बाहर निकली हुई थी, तभी बोलेरो सवार इजमामुल अंसारी, आलमगीर, मेराज अंसारी और नौशाद अंसारी ने लड़की का अपहरण कर लिया। इस मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस से लड़की की बरामदगी के लिए गुहार लगाई है। अपहृत लड़की के पिता का कहना है कि अपहरणकर्ताओं को उनकी पत्नी ने पहचान लिया, जो उसी गाँव के हैं और दूसरे समुदाय के हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी का वो लोग धर्म परिवर्तन कराना चाहते हैं। अगर पुलिस उसे जल्दी नहीं ढूँढ पाई, तो उनकी बेटी के साथ कुछ गलत भी हो सकता है।
यह वारदात कुशीनगर जिले के रामकोला थाना इलाके की है। लड़की के अपहरण के दौरान उनकी माँ ने उसे बचाने के लिए काफी शोर मचाया, लेकिन वो लोग बेटी का मुँह दबाकर उसे अपने साथ ले गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है और एफआईआर भी नामजद की गई है। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और तीन लोगों को हिरासत में भी लिया है।
एफआईआर में कुरेशा अंसारी नाम की महिला का भी नाम है। वो अपहरणकर्ता लड़कों के साथ मिलकर धर्म परिवर्तन की साजिश में शामिल है। एफआईआर की कॉपी ऑपइंडिया के पास मौजूद है, जिसमें शिकायतकर्ता ने साफ लिखा है कि उनकी बेटी का अपहरण बोलेरो सवार लोगों ने किया है, जो उसी के गाँव के हैं। उनके नाम इजमामुल अंसारी, आलमगीर, मेराज अंसारी, नौशाद अंसारी और प्रवेट उर्फ परवेज अंसारी है। इस एफआईआर की कॉपी में कुरेशा अंसारी, साहिम अख्तर के भी नाम हैं।
पीड़िता के पिता ने कहा कि सभी आरोपित गाँव के ही हैं। उनके अनुसार अपहरणकर्ताओं की उनकी बेटी पर नजर थी और वो लोग काफी समय से उसका धर्म परिवर्तन कराना चाहते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि जब अपराधियों की दाल नहीं गली, तो उन लोगों लड़की का अपहरण कर लिया। शिकायत में लिखा गया है कि गाँव वाले जब एकत्रित हो गए, तो आरोपित लड़की को लेकर बोलेरो से फरार हो गए।
पीड़िता के भाई ने ऑपइंडिया से बातचीत में बताया कि उनके गाँव में पहले भी हिंदू-मुस्लिम में तनाव का मामला हुआ था। इस दौरान कुछ मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू लड़कों से शादी कर ली थी। जिस लड़की का अपहरण किया गया है, उनका एक भाई भारतीय सेना में है। इस कारण से मुस्लिम समुदाय के लोग उन्हें काफी परेशान करते हैं। पीड़िता के भाई के अनुसार इन लोगों की कोशिश है कि वो उनकी बहन को मुस्लिम बना कर उससे शादी कर लें, और परिवार को बदनाम कर दें। इसीलिए इस वारदात को अंजाम दिया गया।
पीड़िता के भाई ने फोन पर रोते हुए कहा कि उनकी बहन के अपहरण को 30 घंटे से अधिक बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चल पाया है। वहीं, पुलिस अब तक किसी भी मुख्य आरोपित को नहीं पकड़ पाई है।
ऑपइंडिया से बातचीत में रामकोला थाना प्रभारी राजू सिंह ने वारदात की पुष्टि की है। प्रभारी राजू सिंह ने कहा कि तहरीर मिलते ही तुरंत पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और तीन संदिग्धों को हिरासत में भी ले लिया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की की बरामदगी के बाद धाराएँ बढ़ाई जाएँगी। अभी इस मामले में आईपीसी की धारा 366 के तहत मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी राजू सिंह ने बताया है कि तहरीर में नामजद लोगों के नाम डाले गए हैं। पुलिस ने जिन्हें हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी हिरासत में लिए गए युवकों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पहले उनकी प्राथमिकता लड़की को बरामद करने पर है।