भगवान राम (Bhagwan Ram) का अपमान करने वाली लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) की बर्खास्त प्रोफेसर गुरसंग प्रीत कौर ने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर लोगों से माफी माँगी है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि कौर भगवान राम के मंदिर में खड़ी होकर, दोनों हाथ जोड़कर लोगों से उनकी भावनाएँ आहत करने के लिए माफी माँग रही हैं।
भगवान राम को ‘शातिर, छलिया’ और रावण को नेक दिल बताने वाली कौर 1.26 मिनट के वीडियो में कहती हैं, “नमस्ते। मैं गुरसंग प्रीत कौर, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में अस्सिटेंट प्रोफेसर के तौर पर काम करती थी। क्लास रूम लेक्चर के दौरान मुझसे एक बहुत बड़ी गलती हो गई, जिसे पाप भी कहा जा सकता है। गलती से मैंने भगवान राम जी के लिए कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया, जिससे पूरे देश की और हिंदू समाज के लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची है। हालाँकि, मेरी ऐसी मंशा नहीं थी।”
वह रोते हुए आगे कहती हैं, “अब जब मैं भगवान राम की शरण में आ गई हूँ, तो मेरे मन में कुछ भी ऐसा नहीं है। मैंने गुरुग्रंथ साहब जी का पाठ भी किया हुआ है। उस समय में डिप्रेशन थी, या यूँ कह सकते हैं कि फिजिकल हेल्थ इशू की वजह से मुझे समझ में नहीं आया कि मैं क्लास में बच्चों से क्या कह रही हूँ। मैं आप सबसे, सारे भारतवासियों से क्षमा माँगती हूँ। मुझे इस पाप के लिए माफ करें। मुझसे गलती हुई है। मेरी वजह से बहुत सारे लोगों की धार्मिक भावनाओं और आस्था को चोट पहुँची है। मेरी आप सबसे से विनति है कि आप इसे मेरी पहली और आखिरी गलती समझकर माफ कर दीजिए।”
बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बर्खास्त प्रोफेसर गुरसंग प्रीत कौर भगवान राम को ‘बुरा इंसा’न बताया था। वह कहते हुए दिखी थीं, “राम बुरा इंसान था। राम ने रावण जैसे नेक दिल इंसान के साथ छल किया।” कौर वीडियो में अपने छात्रों को बता रही हैं कि राम ने रावण का वध करने के लिए सीता के अपहरण की साजिश रची थी, ना कि रावण की, जिसने सीता का अपहरण किया और उन्हें लंका ले गया।
वह यहीं नहीं रुकतीं। बार-बार एक ही बात को दोहराती हैं। कौर छात्रों को भगवान राम के खिलाफ भड़काते हुए कहती हैं, “क्या आप जानते हैं कि रावण एक नेक दिल इंसान था? जबकि राम अच्छा इंसान नहीं था। राम बेहद शातिर था, जिसने चतुराई से सीता के अपहरण की योजना बनाई और रावण को बुरा इंसान साबित कर दिया।” इसके बाद प्रोफेसर छात्रों से अपने कुतर्कों पर विचार करने के लिए कहती हैं।
इसके बाद यूनिवर्सिटी ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक बयान जारी करते हुए इस घटना पर खेद जताया था। उन्होंने कहा था, “भगवान राम का अपमान करने वाली प्रोफेसर का वीडियो सामने आने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया है।”