कर्नाटक के मंगलुरु में एक मॉल में युवक मंजूनाथ शिनॉय को पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में युवक कथित तौर पर यह कहता नज़र आ रहा है कि ‘भारत एक हिन्दू राष्ट्र’ है। पुलिस ने इस मामले में मोइद्दीन सफ़वान, अब्दुल रहीम साद और एक नाबालिग के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ़्तार कर लिया है।
Bhamy Manjunath Shenoy beaten by People of Peaceful Community for saying “India is a Hindu Rashtra”.
— ModiShahDoval (@BJPBUZZ) September 25, 2019
All these things happened in Forum Mall of Mangalore.
Police Commissioner appeals to not sensationalize the issue.
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यह घटना शहर के फोरम फिज़ा मॉल की है। ऑपइंडिया ने स्थानीय पांडेश्वर पुलिस थाने में सम्पर्क कर इस पूरी घटना की जानकारी जुटाई। जानकारी के अनुसार यह घटना बुधवार सुबह की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मॉल के फूड कोर्ट में दूसरे मजहब के युवकों का एक समूह बातचीत कर रहा था। उस समय, मंजूनाथ शेनॉय भी एक ग्राहक से मिलने के लिए मॉल में मौजूद थे और फिर वो बाद में फूड कोर्ट गए।
पुलिस ने आगे बताया कि मंजूनाथ ने उन युवकों के बीच चल रही चर्चा में की गई कुछ टिप्पणियों को सुना। इसके बाद वो प्रतिक्रियावश अपनी राय साझा करने के लिए आगे बढ़ा और कहा कि भारत एक हिंदू राष्ट्र था। बस इसी बात पर दूसरे मजहब के युवकों का वह समूह नाराज़ हो गया और मंजूनाथ को चर्चा से दूर रहने के लिए कहा। लेकिन अचानक इनके बीच बहस छिड़ गई और मंजूनाथ पर गुस्साए छात्रों ने हमला कर दिया। घटना के बाद मंजूनाथ ने पांडेश्वर पुलिस स्टेशन में शिक़ायत दर्ज कराई थी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो को गंभीरता से लिया गया है और घटना की जानकारी देते हुए मंगलुरु पुलिस कमिश्नर ने बताया कि तीन आरोपितों की गिरफ़्तारी हो गई है। उन्होंने जानकारी दी कि नाबालिग आरोपित पर जुवेनाइल नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि उनके पास घटना से संबंधित पुख़्ता सबूत हैं।
ग़ौरतलब है कि दक्षिण कन्नड़ ज़िला, जिसका मुख्यालय मंगलुरु में है, वो साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र है, जहाँ अक्सर इस तरह की घटनाएँ होती रहती हैं। 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले ज़िले में कई राजनीतिक हत्याएँ हुई थीं, जिनमें हिन्दू और दूसरे मजहब के लोग एक-दूसरे पर आरोप लगाए थे। इसके अलावा सोशल मीडिया पर हेट स्पीच को प्रसारित करने के आरोप में एक सितंबर को शहर में एक व्यक्ति को गिरफ़्तार भी किया गया था। तब पुलिस ने ज़ाकिर उल्लाल को हिरासत में ले लिया था, जिसके मोबाइल फोन से सबूतों की बरामदगी भी हुई थी।