महाराष्ट्र के कमाठीपुरा में भगवान गणेश की प्रतिमा पर अंडा फेंकने की घटना सामने आई है, जिसके बाद पुलिस ने अब्दुल करीम नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। ये घटना रविवार (21 अगस्त, 2022) रात की है, जब कमाठीपुरा मंडल के गली संख्या 13 के कार्यकर्ता गणपति बप्पा की प्रतिमा लेकर आ रहे थे। आरोप है कि तभी अब्दुल करीम अटरू खान उर्फ़ शाहबाज़ नामक 25 वर्षीय युवक ने प्रतिमा पर अंडे फेंके।
हालाँकि, इस दौरान उसका निशाना चूक गया और अंडा उस ट्रॉली की दाहिनी तरफ जा गिरा, जिस पर प्रतिमा को लाया जा रहा था। बता दें कि महाराष्ट्र का सबसे बड़ा त्योहार गणेश चतुर्थी आने ही वाला है। इस बार 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी है, लेकिन महाराष्ट्र में इस दौरान पूरे 10 दिनों का उत्सव मनाया जाता है। लोग 15 दिन पहले ही प्रतिमा लेकर आ जाते हैं। मंडल के कार्यकर्ता ये काम करते हैं। मूर्ति बनाने के स्थल से पूजा वाले स्थल तक प्रतिमा को धूमधाम से लाया जाता है।
पंडाल में प्रतिमा को स्थापित किए जाने के बाद पूजा-पाठ शुरू हो जाता है और फिर उत्सव की तैयारी होती है। इसी तरह कमाठीपुरा के गली संख्या 13 का ‘अमृत कला मंडल’ पिछले 34 वर्षों से गणेश चतुर्थी मनाता आ रहा है। इस बार भी वो चिंचपोकली से प्रतिमा लेकर आ रहे थे। जब ये पद्धा कॉटेज बिल्डिंग से गुजर रहा था, तभी इस पर अंडा फेंका गया। इससे मंडल कार्यकर्ताओं में आक्रोश भर गया, लेकिन उन्होंने किसी प्रकार की हिंसा नहीं की।
उन्होंने 100 नंबर पर पुलिस को फोन कॉल कर के इस करतूत के बारे में तुरंत सूचना दी। उसी दौरान एक पुलिस अधिकारी बाइक से जा रहे थे, जिन्हें मंडल कार्यकर्ता बुला कर ले आए। फिर नागपाड़ा पुलिस थाने को सूचित किया गया, जहाँ के अधिकारी घटनास्थल पर पहुँचे। इमारत के दूसरे फ्लोर से अंडा फेंका गया था। वहाँ एक घर में एक महिला और एक बुजुर्ग मिले, जो पुलिस के सवालों का जवाब नहीं दे रहे थे। फिर अब्दुल करीम बाथरूम में छिपा हुआ मिला।
Mumbai | People hold protest after a person creates ruckus during Ganpati idol procession, arrested
— ANI (@ANI) August 22, 2022
An accused was booked & arrested from spot under sections 295A & 153A in the Nagpada PS area. Further legal process is on. Situation is peaceful: DCP Yogesh Kumar pic.twitter.com/lIR3wT2MHD
वो इस बात का जवाब नहीं दे पाया कि वो छिपा क्यों हुआ है। पूछताछ के बाद उसने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उसे पुलिस थाने ले जाया गया। इस मामले में FIR दर्ज कर ली गई है। आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया गया। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि इस तरह की घटना पिछले सालों में कभी नहीं हुई और यहाँ दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। DCP योगेश कुमार ने कहा कि मुद्दा सांप्रदायिक नहीं था और इलाके में अब शांति है।