केरल में एक नाबालिग लड़की के साथ दरिंदगी का भयावह मामला सामने आया है। घटना मल्ल्पुरम जिले में स्थित चेलारी क्षेत्र की है। यहाँ एक 12 वर्षीय लड़की के साथ 30 लोगों ने बलात्कार किया। पीड़िता 7वीं की छात्रा है। पुलिस ने आरोपितों के ख़िलाफ़ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ़्तार भी किया है। गिरफ़्तार आरोपितों में से एक की पहचान 36 वर्षीय अशरफ के रूप में हुई है और दूसरे का नाम शिजु है। केरल की स्थानीय मीडिया के अनुसार, लड़की के माँ-बाप की सहमति से उसके साथ बलात्कार किया गया।
पुलिस ने इस मामले में पीड़िता के पिता को भी गिरफ़्तार कर लिया है। यह मामला तब सामने आया, जब स्थानीय लोगों ने स्कूल के ‘पेरेंट्स टीचर्स एसोसिएशन’ को बताया कि पीड़िता कुछ दिनों से पढ़ाई नहीं कर रही थी। शिक्षकों ने पाया कि वह कई दिनों तक क्लास में अनुपस्थित रहती थी और मानसिक रूप से काफ़ी परेशान लग रही थी। स्कूल ने इसकी सूचना चाइल्डलाइन अथॉरिटी को दी। अथॉरिटी के सदस्यों ने जब लड़की से पूछताछ की, तब उसके साथ बलात्कार और यौन शोषण का मामला सामने आया।
इसके बाद पीड़िता को चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के समक्ष पेश किया गया, जहाँ से उसे चिल्ड्रन शेल्टर होम भेज दिया गया है। रविवार (सितम्बर 22, 2019) को पुलिस ने इस समबन्ध में मामला दर्ज किया और उसी दिन पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होकर अपना बयान दर्ज कराया। फिलहाल तीनों आरोपितों को जुडिशल कस्टडी में भेजा गया है। यह भी पता चला है कि यह सब पूरे 2 साल से चल रहा था और इस दौरान विभिन्न लोगों ने पीड़िता का बलात्कार किया।
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— OneIndia (@Oneindia) September 23, 2019
चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के अध्यक्ष ने बताया कि इस पूरे मामले में पीड़िता का पिता ही सबसे ज्यादा दोषी है। उन्होंने बताया कि लड़की के माता-पिता ने अपनी बेटी के साथ बलात्कार करने के लिए सहमति दी। चूँकि, इस मामले में कई लोग आरोपित हैं, कमिटी ने पुलिस से बड़े स्तर पर जाँच करने की अपील की है।