Saturday, November 16, 2024
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बहन के प्रेमी मिथुन ठाकुर की निर्मम हत्या करने वाले साकिर को गुजरात पुलिस ने किया गिरफ्तार, आत्महत्या की कोशिश करने वाली सुमैया की बची जान

"हमें पता चला कि मिथुन ठाकुर को उसकी प्रेमिका सुमैया कादिवार के भाई साकिर ने पीट-पीट कर मार डाला था। वहीं आरोपित की बहन ने आत्महत्या का प्रयास किया था। अब उसकी हालत स्थिर है।"

गुजरात (Gujrata) के राजकोट में हिंदू युवक मिथुन ठाकुर (Mithun Thakur) की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या करने वाले साकिर कादिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना को लेकर राजकोट के डीसीपी (जोन- I) प्रवीण कुमार (Pravin Kumar, DCP) ने कहा, “हमें पता चला कि मिथुन ठाकुर को उसकी प्रेमिका सुमैया कादिवार के भाई साकिर ने पीट-पीट कर मार डाला था। वहीं आरोपित की बहन ने आत्महत्या का प्रयास किया था। अब उसकी हालत स्थिर है।” समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुलिस ने आरोपित साकिर को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक, 22 वर्षीय मिथुन ठाकुर बिहार के रहने वाले थे। वह एक स्थानीय कारखाने में काम करते थे। ठाकुर पिछले कुछ महीनों से 18 वर्षीय लड़की सुमैया कादिवार के साथ रिश्ते में थे। वे जंगलेश्वर मेन रोड स्थित राधा कृष्ण सोसाइटी में एक ही मोहल्ले में रहते थे। इसी दौरान दोनों नजदीक आए और दोनों को प्यार हो गया। उन्होंने शादी करने का फैसला भी लिया था।

बताया जा रहा है कि सोमवार (9 मई 2022) को मिथुन ठाकुर ने सुबह करीब 10 बजे सुमैया को उसके मोबाइल फोन पर कॉल किया, तभी उसके भाई साकिर ने फोन उठाया। उसने फोन पर ठाकुर को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और कहा कि वह उसकी बहन सुमैया से दूर रहे।

धमकी देने के बाद साकिर अपने साथ तीन और लोगों को लेकर मिथुन के घर पहुँचा और उसको बेरहमी से पीटा। पड़ोसियों में से एक ने उसे घर में बेहोश पड़ा देखा, तो वे उसे राजकोट सिविल अस्पताल ले गए। जहाँ उसकी गंभीर हालत को देखते हुए और ब्रेन हेमरेज के कारण अहमदाबाद रेफर कर दिया गया। ठाकुर ने बुधवार (11 मई 2022) को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया।

वहीं सुमैया को जब ठाकुर की मौत की जानकारी हुई तो उसने भी अपनी कलाई काट कर आत्महत्या करने की कोशिश की, जिसके बाद उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसकी जान बच गई।

बता दें कि सुमैया के अम्मी-अब्बू का तलाक हो चुका है। उनकी अम्मी भी एक निजी कंपनी में मजदूरी करती हैं। मिथुन ठाकुर और उनके पिता बिपिन राजकोट में रहते थे और एक कारखाने में काम करते थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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