Sunday, December 22, 2024
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सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन: हजारीबाग में हत्या, कोडरमा में 8 घायल, जामताड़ा में गाँव बनी छावनी – इंटरनेट भी बंद

सरकारी सड़क, सरकारी तालाब - फिर भी सरस्वती माँ का विसर्जन झारखंड में नहीं कर सकते। कट्टरपंथी मुस्लिम भीड़ धमकी देती है। इसी झारखंड में विसर्जन के दौरान रूपेश कुमार की हत्या कर दी जाती है और पुलिस कहती है - "प्रेम प्रसंग का मामला"

विद्या की देवी जो मानी जाती हैं, उन सरस्वती माता के विसर्जन के दिन भी झारखंड में शांति नहीं रही। हजारीबाग, कोडरमा और जामताड़ा – इन तीन जिलों में अब तक आई खबर के अनुसार अशांति रही। सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान कट्टरपंथी मुस्लिम भीड़ के द्वारा यहाँ मार-पीट, हंगामा किया गया।

हजारीबाग में रूपेश कुमार की हत्या

17 साल के रूपेश कुमार (पिता सिकन्दर पांडेय) अब इस दुनिया में नहीं रहे। वो सरस्वती माता का मूर्ति विसर्जन करने जा रहे थे। हजारीबाग के बरही थाना में नईटांड गाँव में लखना दूलमाहा इमामबाड़ा के पास मुस्लिम युवकों ने विसर्जन करने जा रहे लोगों से कहासुनी की। इसी में रूपेश कुमार के साथ मारपीट भी की गई, जिसके कारण वो बेहोश हो गए। अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित किया गया।

दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर

रूपेश अपने माता-पिता के एकलौते पुत्र थे। गाँव वाले और परिवार के लोग कह रहे हैं कि वो सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहे थे, जहाँ रास्ते में मारपीट हुई। इसके उलट बरही डीएसपी नाजिर अख्तर ने दैनिक जागरण से कहा:

“मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा लग रहा है। दूलमाहा पंचायत के पप्पू असलम सहित 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस मामले की गंभीरतापूर्वक छानबीन कर रही है।”

झारखंड पुलिस-प्रशासन द्वारा संयम बरतने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील का बहुत ज्यादा असर पीड़ित परिवार और उनके गाँव वालों पर पड़ता दिखा नहीं है। रूपेश कुमार की मौत की खबर फैलते ही सैकड़ो की संख्या में लोग दूलमाहा में समुदाय विशेष के घर के बाहर खड़ी कार और बाइक में आग लगा दी। एक घर को भी जलाने की कोशिश की गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मौके पर पुलिस ने हवाई फायरिंग की। हालाँकि फायरिंग की घटना से पुलिस इनकार कर रही है।

कोडरमा में सरस्वती प्रतिमा विसर्जन, झड़प में 8 घायल

कोडरमा जिले में मरकच्चो नाम का एक थाना है। यहीं के कर्बलानगर से सरस्वती माता का विसर्जन करने जा रहे जुलूस के साथ कट्टरपंथी मुस्लिम भीड़ ने झड़प की। इस दौरान एक पक्ष के 5 जबकि दूसरे पक्ष के 3 मतलब कुल 8 लोग घायल हुए।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सरस्वती माता की मूर्ति का विसर्जन जुलूस गाजे-बाजे के साथ निकाला गया था। आरोप यह है कि तेज संगीत के कारण पालतू पशु इधर-उधर भागने लगे। इसी को लेकर कर्बलानगर के लोगों ने जेनरेटर-डीजे बंद करने को कहा। इसी बात पर दोनों पक्षों में विवाद हुई, उसके बाद मारपीट हुई।

कोडरमा के एसपी कुमार गौरव के अनुसार सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान रास्ते के विवाद को लेकर झड़प हुई। इसमें घायल हुए लोग हैं – सत्यम कुमार, मीठी कुमारी, दीपक कुमार वर्मा, गोपाल प्रसाद वर्मा, बबिता देवी, मो. जसीम अंसारी, रजिया खातुन, नुरेशा खातुन।

जामताड़ा में सरकारी सड़क-तालाब… फिर भी विसर्जन में झड़प

जिला जामताड़ा, करमाटांड़ थाना, गाँव फिटकोरिया। सरस्वती माता की मूर्ति का विसर्जन करने इस गाँव के लोग जाने वाले थे – सरकारी सड़क से सरकारी तालाब की ओर। बीच रास्ते में मस्जिद पड़ती है। कट्टरपंथी मुस्लिमों द्वारा धमकी दी गई कि विसर्जन के लिए मस्जिद का रास्ता चुना गया तो अच्छा नहीं होगा

मामले की सूचना पुलिस-प्रशासन को दी गई। बीडीओ अजफर हसनैर, सीओ गुलजार अंजुम के साथ जिले की पुलिस मौके पर पहुँची। सरकारी जमीन-सरकारी तालाब का उपयोग जनता (हिंदू-मुस्लिम कोई भी) बेरोकटोक कर सके, बजाय इसके सरस्वती माता की मूर्ति के विसर्जन के लिए मस्जिद से अलग रास्ता बताया गया। साथ ही शर्त थोपी गई – डीजे नहीं बजेगा, सिर्फ जयकारा लगाया जाएगा।

रास्ता बदल दिया गया, डीजे नहीं बजा – कट्टरपंथी मुस्लिम भीड़ इतने पर भी लेकिन नहीं मानी। मस्जिद से अलग हट कर जो रास्ता तय हुआ था, विसर्जन के लिए जब उस गली की तरफ से सरस्वती माता की मूर्ति छायटांड मोड़ पहुँची तो फिर से बवाल कर दिया गया। पुलिस-प्रशासन को फिर से उग्र हो रहे कट्टरपंथी मुस्लिमों को समझाना पड़ा। गाँव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती के बाद सरस्वती प्रतिमा का विसर्जन देर रात संभव हो पाया।

हजारीबाग में रूपेश कुमार की हत्या को लेकर तनाव काफी ज्यादा है। इसको देखते हुए प्रशासन ने 6 फरवरी 2022 की रात से ही इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी। हजारीबाग के अलावा सीमावर्ती जिले चतरा और कोडरमा में भी इंटरनेट बंद कर दिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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